ये भी पढ़ें- Hyderabad gangrape का मुद्दा गूंजा संसद में, राजनाथ सिंह ने दिया बहुत बड़ा बयान, कहा – मैं फैसला लोकसभा अध्यक्ष पर छोड़ता हूं 12 शहरों को लाइसेंस जारी किए गए-
विभाग ने लखनऊ के लिए आठ, आगरा के लिए सात, गोरखपुर के लिए छह लाइसेंस जारी किए हैं। इसी के साथ ही वाराणसी, बदायूं, अलीगढ़ में दो-दो लाइंसेंस जारी किए गए हैं। मिर्जापुर, मोरादाबाद, झांसी, गाजियाबाद, बहराइच व बरेली में एक-एक लाइंसेंस जारी किए गए हैं। एक्साइस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन जिलों में देशी व विदेशी सैलानियों की संख्या बढ़ी है, इसी के तहत राजस्व व रोजगार बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया गया है। रेस्ट्रो बार से बावर्चियों व वेटरों व सहायक स्टाफ को रोजगार मिलेगा।
ये भी पढ़ें- भाजपा प्रत्याशी अरुण सिंह ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए भरा नामांकन पत्र, दिया बड़ा बयान लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला- आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव संजय का कहना है कि लोगों में रहने की सुविधाएं, खर्च करने की क्षमता व चीजों को खरीदने की आदतों में काफी बदलाव आया है। उनकी इन्हीं आदतों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। यूपी सरकार ने पूर्व में भी प्रयागराज में मिक्स्ड डिस्टिलेरी सेटअप करने के लाइसेंस जारी किए थे जहां पर निम्न क्वालिटी वाले गेंहू से बनाई गई शराब लोगों को बेची जा सके। इस डिस्टिलेरी की प्रतिदिन की क्षमना 58 किलोलीटर है।