बीजेपी सबको खुश करने में जुटी दरअसल यूपी में सात महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को खुश करने में जुट गई है। इसीलिए योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग का गठन किया। उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष इस आयोग के उपाध्यक्ष रहे सहारनपुर के जसवंत सैनी को बनाया गया है तो हीरा ठाकुर और प्रभुनाथ चौहान उपाध्यक्ष बनाया गया है। कुल 25 सदस्यों की भी नियुक्ति हुई है। वहीं यूपी में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग में अध्यक्ष डॉ. रामबाबू हरित व मिथिलेश कुमार व राम नरेश पासवान को उपाध्यक्ष के अलावा 12 सदस्यों को नामित करके कार्यकर्ताओं के असंतोष को खत्म करने की कोशिश की गई है। एससी-एसटी आयोग में बीजेपी ने क्षेत्रीय और जातीय वर्ग का संतुलन बनाने हुए जाटव से लेकर पासी और कोरी समुदाय तक को जगह दी गई है।
कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना भी मकसद इसी तरह योगी सरकार सूबे में अल्पसंख्यक और महिला आयोग आदि के अलावा विभिन्न विभागों में निगमों, बोर्डों व समितियों में भी कार्यकर्ताओं को समायोजित करने की कोशिश कर रही है। सरकारी पदों पर नियुक्तियों के लिए जिलों से नाम मंगाए गए है, जिसमें जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के साथ नए-पुराने कार्यकर्ताओं का संतुलन बनाने की भी कोशिश है। इस तरह बीजेपी चुनाव से पहले अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के उत्साह और मनोबल को भी बढ़ाना चाहती है।
दूसरी बार लखनऊ केे दौरे पर बीएल संतोष बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष एक बार फिर यूपी के दौरे पर आ रहे हैं। बीएल संतोष 21 और 22 जून को दो दिन के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे पार्टी के पदाधिकारियों और मंत्रियों से मुलाकात करके यूपी में चुनावों की तैयारियों पर चर्चा करेंगे। बीएल संतोष इस बार और लोगों से भी सरकार और संगठन के काम काज के बारे में जानकारी लेंगे। बीएल संतोष के पिछली बार के दौरे में कुछ लोगों का ये भी मानना था कि उनसे बात नहीं की गई थी। ऐसे में बीएल संतोष उन लोगों से बातचीत करके भी फीडबैक लेंगे। बीएल संतोष के पिछले दौरे के दौरान कई पदाधिकारियों ने निगम और आयोगों में खाली पदों को भरने का मुद्दा उठाया गया था, जिसके बाद बड़े पैमाने पर अफसरों के तबादले के साथ-साथ पिछले दिनों अनुसूचित जाति और अनुसुचित जनजाति आयोग के गठन के बाद कल उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग का गठन किया गया है। ऐसे में अब बीएल संतोष (BL Santosh) के दूसरी बार लखनऊ आने की खबर से बड़े बदलाव की सुगबुगाहट से इनकार नहीं किया जा सकता।