UTTAR PRADESH ASSEMBLY ELECTIONS 2022: यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव होेने हैं। जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहा है वैसे-वैसे प्रदेश में सियासी सरगर्मियाँ बढ़ती जा रही हैं। रविवार को प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की वाराणसी (Varanasi) रैली के साथ कांग्रेस ने अपने चुनावी अभियान का आगाज़ कर दिया है। रैली में प्रियंका ने प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा।
वाराणसी. काशी-विश्वनाथ मंदिर में माथा टेक प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से चुनावी रैली की शुरुआता की। प्रियंका गांधी ने प्रियंका ने लखीमपुर खीरी मामले को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को न्याय चाहिये मगर यूपी में इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं है। प्रियंका ने कहा कि हमें जेल में डालिए, हमें मारिए, हमें कुछ भी कर लीजिए, जब तक गृह राज्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे, हम लड़ते रहेंगे हिलेंगे नहीं।
“तब तक नहीं रुकूंगी जब तक परिवर्तन न आए” प्रियंका गांधी ने रैली में मौजूद लोगों से सवाल करते हुए कहा कि, “जो वचन आपसे किए गए थे, वो निभाए गए हैं या नहीं? और इमानदारी से जवाब दीजिए। अगर आपका जवाब न है तो मेरे साथ खड़े होइए और लड़िए, परिवर्तन लाइए, अपने देश को बदलिए। क्योंकि मैं तब तक नहीं रुकूंगी, जब तक परिवर्तन न आए।”
उन्होंने कहा, हम कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं, हमने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी है. हमें कोई चुप नहीं कर सकता. कोई नहीं रोक सकता और जितने भी लोग मेरी बातों को सुन रहे हैं, वो अपने अंतर्मन में झांकिए और अपने आप से सिर्फ एक सवाल पूछिए कि जब से ये सरकार आई है, इन पिछले 7 सालों में क्या आपके जीवन में तरक्की आई है या नहीं? विकास आपके द्वार पर आया है या नहीं?
काशी विश्वनाथ मंंदिर में की पूजा वाराणसी पहुंचने के बाद प्रियंका गांधी एयरपोर्ट से सीधा पहले विश्व प्रसिद्ध काशी-विश्वनाथ मंदिर पहुँची और यहाँ उन्होंने पूजा अर्चना की। कूष्मांडा मंदिर में टेका माथा
काशी विश्वनाथ मंदिर से निकलकर प्रियंका दुर्गाकुंड स्थित देवी कूष्मांडा के मंदिर में दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया। करीब 44 साल पहले प्रियंका गांधी की दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी माता के इस मंदिर में माथा टेक चुकी हैं।
प्रियंका की रैली से कांग्रेस के चुनाव अभियान का हुआ आगाज़ प्रियंका गांधी की रैली से कांग्रेस ने औपचारिक रूप से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है। पहले इस रैली का नाम ‘प्रतिज्ञा रैली’ रखा गया था, मगर लखीमपुर की घटना के बाद इस रैली का नाम बदलकर ‘किसान न्याय रैली’ नाम दिया गया है।