दरअसल, यूपी एटीएस को सूचना मिली थी कि मोहम्मद शोएब उर्फ अबु मुहम्मद अल हिंदी नाम का एक व्यक्ति पूरी तरह से रेडिकलाइज्ड है और युवाओं को प्रेरित करके आतंकवादी संगठनों (Terrorist Organizations) के लिए रिक्रूट (Recruit) करने की भरपूर कोशिश कर रहा है। इसके बारे पता चला कि व्यक्ति का असली नाम मोहम्मद इमानुल हक पुत्र स्वर्गीय नुरूल हक है और वह बरेली (Bareli) के कटघर में डॉ. रियाज कॉलोनी में रहता है। इसके बाद पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया।
मोबाइल में मिला अल-कायदा का साहित्य
यूपी एटीएस टीम द्वारा की गई पूछताछ में और इनामुल के पास से बरामद मोबाइल पर सोशल मीडिया पर गतिविधि आदि का परीक्षण करने से पता चला कि ये जेहादी विचारधारा से प्रभावित है। ये अन्य लोगों को भी जेहाद के लिए प्रेरित करने और उन्हें आतंकी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षित करने आदि की बात कर रहा है। इनामुल के मोबाइल में प्रतिबंधित संगठन अल-कायदा द्वारा प्रकाशित साहित्य भी मिला है।