-काउंसिलिंग में शामिल होने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी को अपना एकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड, बैंक का नाम और ब्रांच अनिवार्य रूप से बताना होगा। – इसमें अपियरिंग अभ्यर्थी जिनका रिजल्ट अब तक नहीं आया है उनके लिए परेशानी हो सकती है। एलयू ने स्पष्ट कर दिया है कि काउंसलिंग में अपियरिंग अभ्यर्थी को रजिस्ट्रेशन के समय अंतिम परीक्षा की मार्कशीट अपलोड करनी होगी।
-इंटरनेट या प्रोविजनल मार्कशीट स्वीकार नहीं की जाएगी। ऐसे में जिनका रिजल्ट नहीं आया है अगर वह जून के अंत तक आ भी जाता है तो उन्हें मूल मार्कशीट मिलने में भी समय लगेगा। ऐसे अभ्यर्थी बीएड क्वॉलिफाइ करने के बाद भी दाखिला नहीं ले सकेंगे।
-अभ्यर्थी को सबसे पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद रजिस्ट्रेशन शुल्क चुकाना होगा जो पहले चरण में 5750 रुपये होगा। 5000 एडवांस फीस और 750 रुपये काउंसलिंग फीस। इसके बाद चॉइस फिलिंग करनी होगी जिसमें वरीयता के आधार पर कॉलेजों का विकल्प देना होगा।
-अगले चरण में कॉलेज अलॉटमेंट होगा और उसके बाद प्रोविजनल लेटर जारी किया जाएगा जिसमें रैंक के मुताबिक कॉलेज अलॉट होगा। अंतिम चरण में अभ्यर्थी को अलॉट हुए कॉलेज में जाकर रिपोर्ट कर एडमिशन सुनिश्चित करना होगा।
-पहले में 25 हजार रैंक तक के अभ्यर्थियों को शामिल किया जाएगा। इसके बाद दूसरे में 75 हजार रैंक तक के अभ्यर्थी शामिल होंगे। वहीं, तीसरे में एक लाख 40 हजार रैंक तक के अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे। चौथे में अंतिम रैंक तक वाले अभ्यर्थी की काउंसलिंग होगी। यह चारों चरण 24 जून तक पूरे कर लिए जाएंगे। इसके बाद 30 जून तक दो बार पूल काउंसलिंग करवाकर खाली सीटों को भरने को मौका दिया जाएगा। इसके बाद भी सीटें खाली रहने पर जुलाई के पहले सप्ताह में सीधे एडमिशन का मौका कॉलेजों को दिया जाएगा।