यह जानकारी शुक्रवार को यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस की ओर से स्टेट बैंक, मुख्य शाखा में आयोजित प्रेसवार्ता में एनसीबीई (नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ बैंक इंप्लाइज) के प्रदेश महामंत्री केके सिंह ने दी। केके सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार निजीकरण कर बैंकों को पूंजीपतियों के हाथ में सौंपने का प्रयास कर रही है, लेकिन बैंककर्मियों के विरोध के चलते वह सफल नहीं हो पाई है।
हर संघर्ष के लिए तैयार हैं बैंककर्मी
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अटल पेंशन योजना, नोटबंदी, मनरेगा, आधार कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, बीमा आदि योजनाएं केवल राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारियों की दक्षता की वजह से ही सफल हो पाई हैं। उन्होंने बताया कि इन प्रयासों के कारण हम 15 और 16 मार्च को देशव्यापी हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हैं। आल इंडिया बैंक आफीसर्स कंफेडरेशन के महामंत्री दिलीप चौहान ने कहा कि बैंककर्मी सरकार को मनमानी नहीं करने देंगे। हम हर संघर्ष के लिए तैयार हैं।