डॉ, चंद्रमोहन के मुताबिक, योगी जी की ताकत से विरोधी भी घबराते हैं, कांग्रेस और कर्नाटक के cm सिद्धारमैया को सबसे ज़्यादा डर योगी आदित्यनाथ से ही था। जिन पर योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार किया, वहां बीजेपी जीती) क्योंकि कांग्रेस के मज़हबी दांव (लिंगायत को हिन्दू धर्म से अलग मान्यता देना)की सबसे बड़ी काट खुद योगी हैं। यही वजह थी कि योगी पर यूपी में तूफान से हुई तबाही का मुद्दा उठाकर योगी को घेरने की कोशिश भी हुई। तब जबकि योगी कर्नाटक से रवाना होने से पहले ही ज़रूरी एहतियाती कदम उठाने के आदेश और आर्थिक सहायता की घोषणा कर चुके थे।
उनके मुताबिक, कांग्रेस समेत सभी विरोधी दलों की कोशिश यही थी कि किसी तरह योगी कर्नाटक चुनाव से दूर हो जाएं। योगी यूपी लौटे भी, लेकिन तूफान से हुई तबाही की समीक्षा, राहत और सहायता के पुख्ता इंतजाम के बाद दोबारा कर्नाटक भी पहुँचे। यही योगी की शैली है, जिसे राहुल गांधी , सिद्धरमैया और उनकी पार्टी के रणनीतिकार शायद समझ नहीं सकेंगे।