सूत्रों के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में योगी सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है। करीब ढाई सालों के बाद यह दूसरा मौका होगा जब योगी मंत्रिमंडल में दर्जनभर से ज्यादा चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक कई मंत्रियों को उनके परफॉर्मेंस के आधार पर प्रोन्नति दी जाएगी जबकि कुछ मंत्रियों को हटाने और कुछ के विभाग बदलने की भी खबर है। जानकारी हो कि रविवार को मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी हो रही थी, लेकिन अचानक इसे टाल दिया गया। सोमवार सुबह 11 बजे होने वाले मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर राजभवन में तैयारियां शुरू हो गई थीं। राजभवन में आधा दर्जन से अधिक मंत्रियों को पद तथा गोपनियता की शपथ दिलाई जानी थी। पर यह किसी वजह से टाल दिया गया। हालांकि इसके पीछे की वजह साफ नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली की हालत नाजुक होने के चलते यह फैसला लिया गया है।
रविवार को देर रात अवनीश अवस्थी ने बताया कि सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार का कोई कार्यक्रम नहीं है। इससे परले रविवार को छुट्टी के बावजूद अफसरों को राजभवन बुला लिया गया था। भाजपा ने अपने मंत्रियों व विधायकों को लखनऊ बुला लिया था।