रेस में कई हैं... राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि, कन्नौज में सपा का गढ़ ढहाने वाले लोकसभा सांसद सुब्रत पाठक और बस्ती के लोकसभा सांसद हरीश द्विवेदी भी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में बताए जा रहे हैं। हालांकि इन सभी नेताओं में श्रीकांत शर्मा ब्रज क्षेत्र से आने के कारण रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं।
ब्राह्मण चेहरे पर एक बार फिर दांव एक चर्चा यह भी चल रही है कि नया भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कोई ब्राह्मण हो सकता है। 2004 के लोकसभा चुनाव में केशरीनाथ त्रिपाठी यूपी भाजपा अध्यक्ष थे तो 2009 लोकसभा चुनाव में रमापति राम त्रिपाठी। 2014 के लोस चुनाव के समय मेरठ से ताल्लुक रखने वाले पार्टी के बड़े ब्राह्मण नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी प्रदेश अध्यक्ष थे। और 2019 के लोस चुनाव के समय भाजपा ने महेंद्र नाथ पांडेय को सूबे के संगठन की कमान सौंपी हुई थी। इसी का गुण गणित लगाते हुए भाजपा के एक बड़े नेता ने बताया कि, इस बार भी ब्राह्मण चेहरे को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
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जबूत चेहरे की तलाश यूपी से सबसे अधिक 80 सांसद चुने जाते हैं। भाजपा, लोस चुनाव 2022 की तैयारियों में जुटी हुई है। चुनाव को ध्यान में रखते हुए तमाम जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधते हुए भाजपा को एक ऐसे मजबूत चेहरे की तलाश है जो उत्तर प्रदेश में उसके चुनावी लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार साबित हो सके।
रिपोट हो रही है तैयार लोकसभा चुनाव में भगवा परचम लहराए इसी समीकरण के तहत भाजपा उत्तर प्रदेश संगठन में बड़े बदलाव की भी तैयारी कर रही है। प्रदेश संगठन महासचिव सुनील बंसल इसे लेकर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं और कई स्तरों से फीडबैक लेने के बाद ही आलाकमान प्रदेश अध्यक्ष सहित संगठन में होने वाले फेरबदल पर अपनी मुहर लगाएगा।