सूत्रों के मुताबिक, 17 या 18 मार्च से शुरू होने जा रहे मूल्यांकन में पहले हाईस्कूल की कॉपियां जंचवाई जाएंगी। सूत्रों के अनुसार शासन ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों को निर्देशित किया है कि हाईस्कूल का परिणाम इंटरमीडिएट से पहले जारी किया जाए। 2015 में एकसाथ परिणाम घोषित करने की परंपरा शुरू हुई थी। उस साल 17 मई को 10वीं-12वीं के परिणाम घोषित हुए थे। उससे पहले निदेशक बासुदेव यादव ने 2014 में 10वीं व 12वीं का परिणाम क्रमश: 30 व 25 मई को जारी किया था।
आगे निकला यूपी बोर्ड यूपी बोर्ड इस साल सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड से बहुत आगे निकल गया है। यूपी बोर्ड ने 2018 की 10वीं-12वीं की परीक्षा सीबीएसई से एक महीने पहले शुरू कर दी। सीआईएससीई बोर्ड की 10वीं परीक्षा से 20 दिन और 12वीं परीक्षा से छह दिन पहले ही यूपी बोर्ड के पेपर शुरू हो गए थे। यूपी बोर्ड परिणाम भी अप्रैल के दूसरे या तीसरे सप्ताह में देने जा रहा है जबकि सीबीएसई के परिणाम मई अंत और सीआईएससीई के रिजल्ट मई के तीसरे सप्ताह में घोषित होते है। इस लिहाज से यूपी बोर्ड में 11वीं की पढ़ाई दोनों बोर्ड से पहले शुरू हो जाएगी।
सीसीटीवी की निगरानी में होगा मूल्यांकन बोर्ड सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करवाना चाहता है ताकि जिस प्रकार परीक्षा के दौरान सख्ती रही उसी प्रकार कॉपियां भी पूरी गंभीरता के साथ जंचवाई जा सके। साथ ही कॉपी बदलने या अन्य अनियमितता से बचा जा सके। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि 17 मार्च से कॉपियों का मूल्यांकन शुरू करवाने की योजना है। हालांकि तारीख अभी तय नहीं है और एक-दो दिन आगे पीछे हो सकता है। परिणाम अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक घोषित करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या बढ़ी
यूपी बोर्ड की परीक्षा छोड़ने वाले छात्र-छात्रओं की संख्या 11 लाख तक पहुंच गई है। पूरे प्रदेश में अब तक 1099268 विद्यार्थी परीक्षा छोड़ चुके हैं। माना जा रहा है कि नकल रोकने के लिए सरकार की ओर से लगातार की जा रही सख्ती के कारण ऐसा हो रहा है। पूर्व में परीक्षा छोड़ चुके 27588 परीक्षार्थियों की ऑनलाइन सूचना स्कूलों ने सोमवार को अपलोड की है। इस प्रकार सोमवार को 31475 छात्र-छात्रओं की अनुपस्थिति की सूचना मिली। पूरे प्रदेश में 21 परीक्षार्थी नकल करते पकड़े गये। इनमें 15 छात्र व 6 छात्रएं शामिल हैं।प्रदेश में अब तक 1077 परीक्षार्थी नकल करते पकड़े जा चुके हैं। सोमवार को किसी के खिलाफ एफआईआर नहीं हुई। वैसे अब तक 114 लोगों के खिलाफ विभिन्न जिलों में एफआईआर कराई जा चुकी है।