सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होने पर डेढ़ या दोगुने केंद्र बनाने होंगे जिससे परीक्षा का खर्च भी काफी बढ़ जाएगा। केंद्र बनाने में कम से कम डेढ़ महीने का समय लगेगा। इंटर की प्रायोगिक परीक्षा पूर्व के वर्षों में 15 दिसंबर से शुरू होकर तकरीबन एक महीने में होती थी। जबकि इस साल फरवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में प्रैक्टिकल शुरू करने की तैयारी है, जो मार्च मध्य तक जाएगा।
पिछले वर्ष एक जुलाई को परीक्षा की समय सारिणी जारी हुई थी लेकिन इस बार अब तक टाइम टेबल को लेकर कोई चर्चा नहीं है। परीक्षा के लिए कॉपियां हर साल नवंबर में जिलों को भेजी जाती थी लेकिन इस साल दिसंबर में भेजने की तैयारी है।
बोर्ड क्लास के एक तिहाई बच्चे ही आ रहे स्कूल
यूपी बोर्ड के स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के एक तिहाई बच्चे ही क्लास करने पहुंच रहे हैं। हालांकि 159305 बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल भेजने का सहमति पत्र दिया है। 366 स्कूलों में प्राथमिक उपचार के लिए अटेंडेंट, नर्स, डॉक्टर, काउंसलर की व्यवस्था कर ली गई है तथा आपातकालीन परिस्थितियों में सहायता के लिए विभिन्न टास्क टीमों का गठन कर लिया गया है।