राजधानी में करीब 814 माध्यमिक स्कूल हैं। इसमें 150 के करीब सरकारी व सहायता प्राप्त विद्यालय हैं। शेष वित्तविहीन कॉलेज संचालित हैं। वहीं, वर्ष 2018 में इन स्कूलों के10वीं व 12वीं के करीब 98 हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। मगर, इससे पूर्व छात्रों को दो प्री-बोर्ड परीक्षाओं से भी गुजरना होगा। इसमें अच्छे अंक पाने वाले विद्यार्थियों को जहां सर्वोच्च अंक हासिल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। वहीं कमजोर बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं चलाई जाएंगी। यह नियम अभी राजधानी के स्कूलों में ही लागू होगा। इसके लिए डीआइओएस ने बुधवार को निर्देश जारी कर दिए हैं।
यूपी बोर्ड दिसम्बर में कराएगा प्री-परीक्षा
डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार के मुताबिक प्री-बोर्ड परीक्षाएं सीबीएसई व सीआइएससीई बोर्ड में लागू थीं। वहीं राजधानी के माध्यमिक स्कूलों में भी इसे लागू करने का फैसला लिया गया है। अभी तक इन स्कूलों में त्रैमासिक व अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं ही होती थीं। इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा सात फरवरी से प्रस्तावित हैं। ऐसे में सभी विद्यालयों को दिसंबर में प्रथम सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षाएं कराकर छात्रों की कॉपियों का मूल्यांकन करना होगा। वहीं दूसरी परीक्षा जनवरी में तय की गई है। कॉपियों का मूल्यांकन बोर्ड की तर्ज पर होगा। इससे छात्र बोर्ड परीक्षा को लेकर खुद को अपडेट कर पाएंगे।
सकूलों में 15 नवंबर तक करें पूरा कोर्स खत्म
स्कूलों को 15 नवंबर तक कोर्स पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे प्री-बोर्ड परीक्षा के बाद आए परिणाम के आधार पर छात्रों की विशेष कक्षाएं चलाई जा सकेंगी। इस दौरान छात्रों को सर्वोच्च अंक लाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसमें सरकार द्वारा मेधावियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।