क्या टूटेगा रिकॉर्ड कोविड काल के रिजल्ट में सबसे अभी तक का सबसे अधिक उत्तीर्ण छात्रों का परिणाम रहा। लेकिन देखने वाली बात ये है कि इस बार परिणाम पहले से अधिक रहेगा या फिर कम होगा। बता दे पास होने के ले 33 फीसदी अंक जरूरी होने चाहिए। इस बार बोर्ड द्वारा छात्रों को बोनस अंक दिए जा रहे हैं। इनमें बेहतर लेख के नंबर मिलेगी। इसके साथ गलत पूछे गए प्रश्नों के नंबर दिए जाएगे। इससे छात्रों के अंकों में इजाफा होगा।
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47 लाख छात्रों की बढ़ी धड़कनें, 10वीं 12वीं का अलग-अलग समय पर जारी होगा रिजल्ट बारहवीं में पिछले छह सालों में लड़कियां आगे पिछले छह सालों की तुलना में इंटरमीडिएट में लगातार छह सालों से लड़कियों का जलवा बरकार है। छात्रों की तुलना में छात्राएं अधिक संख्या में पास हो रहीं। न केवल पास हो रही बल्कि टॉपर बन रहीं हैं। पिछले वर्ष 98.04 फीसदी छात्राएं उत्तीर्ण हुईं।