लंबा चलेगा कॉपी जांचने का काम 17 मई तक लॉकडाउन (Lockdown 3) के तीसरे चरण के बाद सभी उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में हालात सामान्य होना अभी संभव नहीं दिख रहा। जिसके चलते 17 मई के बाद भी सभी जिलों में पूरी तरह से मूल्यांकन शुरू नहीं होगा। ऐसे में कॉपी की जांच में भी ज्यादा समय लगना तय माना जा रहा है। वहीं सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की जो गाइडलाइन जारी की है उसमें प्रदेशभर के सभी 1.46 लाख शिक्षकों के एकसाथ कॉपी जांचने की गुंजाइश भी नहीं है। जिसकी वजह से यूपी बोर्ड परिणाम (UP Board Results 2020) आने में ज्यादा समय लगेगा।
जुलाई से पहले नहीं आएगा रिजल्ट आपको बता दें कि हाईस्कूल (High School) और इंटरमीडिएट (Intermediate) की कुल 3.10 करोड़ कॉपियां हैं। जिनको जांचने में कम से कम 15 से 20 दिन लगेगा। ऐसे में अगर इसी रफ्तार से कॉपी जांचने का काम चला तो जून के पहले सप्ताह तक मूल्यांकन चलेगा। फिर उसके एक महीने बाद यानि जुलाई (UP Board Results in July) के पहले या दूसरे सप्ताह में ही परिणाम आ पाएगा। इसके अलावा यूपी बोर्ड के रिजल्ट से संबंधित सारा काम दिल्ली में होता है और वहां के हालात इस समय नियंत्रण से बाहर हैं। जिसका असर भी परिणाम पर पड़ना तय है। ऐसे में बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जुलाई से पहले नहीं आ सकेगा।