सीबीएसई बोर्ड से भी महंगी है यूपी बोर्ड की फीस
यूपी बोर्ड द्वारा स्क्रूटनी का फीस बढ़ाने के बाद यह फीस केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की फीस से अधिक हो गई है। सीबीएसई बोर्ड में प्रति विषय स्क्रूटनी के लिए 300 रुपये फीस है। कोई छात्र एक या एक से अधिक विषय की स्क्रूटनी करवा सकता है। यूपी बोर्ड को स्क्रूटनी के लिए हर साल औसतन 10 हजार आवेदन मिलते हैं। अधिकांश आवेदन इंटर के छात्रों के मिलते हैं। हाईस्कूल में 30 नंबर का आंतरिक मूल्यांकन 2011 में लागू होने के बाद से स्क्रूटनी के आवेदकों की संख्या कम हो गई है।
रिजल्ट की उल्टी गिनती शुरु
यूपी बोर्ड के रिजल्ट की उल्टी गिनती शुरु हो गई है। इस बार बोर्ड के रिजल्ट 18 से 20 अप्रैल तक आने की संभावना है। 10वीं और 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। यूपी बोर्ड हाईस्कूल में इस बार 31,95,603 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे जबकि 26,11,319 परीक्षार्थियों ने इंटर में नामांकन कराया था। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 7 फरवरी से शुरू होकर 28 फरवरी 2019 को खत्म हो गई थी।
स्कूलों की मान्यता फीस भी बढ़ी
वहीं यूपी बोर्ड ने नये स्कूलों की 10वीं-12वीं मान्यता फीस भी बढ़ा दी है। यह अब 10 हजार से बढ़ाकर 30 हजार रुपये हो गई है। इंटर के अतिरिक्त वर्ग की मान्यता के लिए पांच की बजाय 20 हजार और इंटरमीडिएट परीक्षा की वन-टाइम मान्यता के लिए 10 की जगह अब 30 हजार रुपये देना होगा