बोर्ड की गलती से छात्र के नहीं कटेंगे नंबर परिषद बोर्ड की तरफ से शिक्षिकों को यह भी कहा गया है कि यदि प्रश्न पत्र में त्रुटि है, तो ये गलती बोर्ड की है। इसकी वजह से छात्रों के नंबर नहीं काटे जाएंगे। इन त्रुटियों में मुख्य रूप से यह त्रुटि शामिल है कि यदि प्रश्न के चार विकल्प हैं और सही एक होना चाहिए लेकिन प्रश्न पत्र में दो सही विकल्प हैं तो उस प्रश्न के निर्धारित अंक छात्र को दिए जाएंगे। वहीं किसी कहानी के सम्बंध में कोई सवाल पूछा गया है और प्रश्न पत्र में कहानी का शीर्षक ही गलत छपा हो तो भी परीक्षक उस प्रश्न के पूरे अंक देंगे।
इन प्रश्नों पर भी देने होंगे नंबर बोर्ड ने यह भी कहा कि यदि प्रश्न पत्र में कम हए पाठ्यक्रम से सवाल पूछे जाते हैं तो ऐसी स्थिति में भी मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को छोत्रों को पूरे नंबर देने होंगे। गौरतलब है कि यूपी बोर्ड की तरफ से हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं से पूर्व 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम कम कर दिया गया था।
ऐसे मिलेंगे नंबर बोर्ड के परीक्षार्थियों को राहत देने के लिए बोर्ड ने स्टेप बाइ स्टेप मार्किंग प्रक्रिया के अनुसार मूल्यांकन करने को कहा है। जिसका मतलब है कि यदि प्रश्न सही हल करने पर तीन अंक निर्धारित हैं और परीक्षार्थी ने इनमें से प्रथम दो अंश सही लिखे हैं तो उसे दो अंक प्रदान किए जाएं। यानी किसी प्रश्न को हल करने में छात्र ने जितने स्टेप सही लिखे हैं, उतने अंक देने होंगे। अच्छी राइटिंग में लिखने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षक एक अंक अतिरिक्त देंगे।