मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए शासन द्वारा अनुमोदित ग्रीन बुक (संशोधित संस्करण 2017) के निर्देशों के क्रम में उनकी सुरक्षा फ्लीट की संरचना तय की हुई है। यूपी कैबिनेट ने इस वर्तमान संरचना क्रम में परिवर्तन करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा का ऑडिट किए जाने पर इसकी जरूरत महसूस की जा रही थी। मुख्यमंत्री को आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए उनकी सुरक्षा की समय-समय पर समीक्षा की जाती रही है।
इससे पहले पिछले दिनों लोकभवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के शीशे बुलेट प्रूफ करने का फैसला लिया गया था। यह सुरक्षा प्लान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के सुझाव पर तैयार किया गया था। इसी तरह गोरखनाथ मंदिर स्थित उनके आवास की सुरक्षा व्यवस्था भी और पुख्ता की गई है। वहां सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। साथ ही बैरियर भी बढ़ाए गए हैं। इससे मंदिर और परिसर में स्थित सीएम योगी के आवास की सुरक्षा और पुख्ता हो गई है।