33 वर्ष बाद 35 एएनएम प्रशिक्षण केंद्रों का हुआ शुभारंभ मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि अगले शैक्षणिक सत्र में एएनएम केंद्रों में मेरिट के साथ-साथ एंट्रेंस एग्जाम की प्रक्रिया को शामिल किया जाना चाहिए, जिससे कि एडमिशन प्रक्रिया में पार्दर्शिता सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से सेहत का ध्यान रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि किडनी से सम्बंधित रोगों के इलाज में डायलिसिस की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के तहत हम पहले से ही राज्य के 65 जिलों में मुफ्त डायलिसिस की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। तीन और डायलिसिस केंद्रों के उद्घाटन के साथ ही यह सुविधा राज्य के 68 जिलों में विस्तारित की जा रही है। जबकि शेष जिलों में, परियोजना प्रक्रियाधीन है।
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महिला उत्थान मंडल की तरफ से पुलिसकर्मियों को बांधी गई राखियां सभी 75 जिलों में निशुल्क डायलिसिस सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में करना है काम मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ये संभव है कि सभी 75 जिलों में नेफ्रोलॉजिस्ट या किडनी विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हो सकते, लेकिन फिजिशियन हर जगह उपलब्ध हैं। इन फिजिशियन को प्रशिक्षित किया जा सकता है और तकनीशियनों को भी तैनात किया जा सकता है । इसके साथ ही डायलिसिस सेंटर को पीपीपी मॉडल पर भी संचालित किया जा सकता है जिसके लिए केंद्र सरकार इस काम में अपना सहयोग देना चाहती है। हमें राज्य के सभी 75 जिलों में मुफ्त डायलिसिस उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी से कार्य करना चाहिए।