scriptट्विटर ऑडिट डॉट कॉम करेगा खुलासा – योगी के 9 फीसदी, अखिलेश यादव के 71 फीसदी ट्विटर फॉलोअर्स हैं फेक | UP CM Yogi and Akhilesh Yadav Fake Followers on Twitter Account | Patrika News

ट्विटर ऑडिट डॉट कॉम करेगा खुलासा – योगी के 9 फीसदी, अखिलेश यादव के 71 फीसदी ट्विटर फॉलोअर्स हैं फेक

locationलखनऊPublished: Jan 23, 2020 02:40:59 pm

Submitted by:

Neeraj Patel

उत्तर प्रदेश के जाने माने नेता सोशल मीडिया के डिजिटल प्लेटफॉर्म ट्विटर पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहने लगे हैं।

ट्विटर ऑडिट डॉट कॉम करेगा खुलासा - योगी के 9 फीसदी, अखिलेश यादव के 71 फीसदी ट्विटर फॉलोअर्स हैं फेक

लखनऊ. सोशल मीडिया उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश की राजनीति का एक अहम हिस्सा है। ट्विटर, फेसबुक, इस्ट्राग्राम आदि ऐसे माध्यम हैं जिनसे राजनीति दल अपनी बातों को आसानी से दूर तक पहुंचने में सफल रहते हैं। इधर आपनी बात कहीं उधर दूर गांव के बुजुर्ग को तुरंत मैसेज कनवे हो गया। पर उस वक्त आप चौंक जाएंगे जब आपको पता लगेगा कि इन बड़े—बड़े नेताओं के आधे ट्विटर फॉलोअर्स फेक हैं। इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, अखिलेश यादव, मायावती समेत प्रदेश दस प्रमुख नेताओं के ट्विटर अकाउंट चेक करने पर होश उड़ जाते है। अगर आपको शंका है तो ट्विटर ऑडिट डॉट कॉम पर जाइए और हकीकत पता कीजिए।

उत्तर प्रदेश के जाने माने नेता सोशल मीडिया के डिजिटल प्लेटफॉर्म ट्विटर पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहने लगे हैं। उत्तर प्रदेश की आम जनता के बड़े हिस्से, नेता, पत्रकारों, यहां तक कि यूपी सीएम योगी सहित डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिम्पल यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी खुद डिजिटल माध्यमों के बड़े पैरोकार हैं। यहां तक की देश की हर बड़ी से बड़ी संस्थाएं भी सोशल मीडिया के ट्विटर प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहती हैं। साथ ही इन सभी के फेसबक पर भी पेज बने हुए हैं।

प्रदेश के सभी बड़े राजनीतिक नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा ट्विटर पर पोल करवाए जाते हैं जिससे वह जनता की राय और सलाह उन तक आसानी से पहुंच सके। कभी कभी आम लोगों में यह भी भ्रम पैदा हो जाता है कि सरकारें ट्विटर से ही तो नहीं चल रही हैं। हाल में देखा गया है कि सरकार में मंत्री अपने मंत्रालय से जुड़े मन-माफिक सूचनाएं और आंकड़े सोशल मीडिया साइट पर जारी करते रहते हैं। इसे पारदर्शिता का नाम दिया जाता है। वहीं कुछ विपक्षी नेता भी सोशल मीडिया पर ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आते हैं। इसके साथ ही आलोचना की जाती है कि दिनभर ट्विटर पर हैशटैग के माध्यम से प्रदेश में क्या-क्या प्रतिक्रियाएं रही हैं। साथ ही यह भी आपको पता चल सकता है कि देश प्रदेश में चल क्या रहा है या देश प्रदेश में क्या चलाने की कोशिश की जा रही है।

एक स्वतंत्र ट्विटर ऑडिट टूल के माध्यम से इनके ट्विटर अकाउंट के चेक किया गया तो प्रियंका और मायावती और योगी आदित्यनाथ के ट्विटर फेक फॉलोअर्स पाए गए। इसके साथ ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के तो आधे से भी ज्यादा फेक फॉलोअर्स पाए गए।

ट्विटर ऑडिट के मुताबिक

योगी आदित्यनाथ
कुल फॉलोअर्स- 6.3M फॉलोअर्स
फेक- 39,751
सही- 417,152 (91 फीसदी)

अखिलेश यादव
कुल फॉलोअर्स- 10.5M फॉलोअर्स
फेक- 288,470
सही- 123,042 (29 फीसदी)

मायावती
कुल फॉलोअर्स- 643.1K फॉलोअर्स
फेक- 3,191
सही- 85,440 (96 फीसदी)

प्रियंका गांधी
कुल फॉलोअर्स- 1.3M फॉलोअर्स
फेक- 1,163
सही- 45,348 (97 फीसदी)

केशव प्रसाद मौर्य
कुल फॉलोअर्स- 2.1M फॉलोअर्स
फेक- 860,950
सही- 959,240 (52 फीसदी)

दिनेश शर्मा
कुल फॉलोअर्स- 1.4M फॉलोअर्स
फेक- 783,319
सही- 598,196 (43 फीसदी)

डिम्पल यादव
कुल फॉलोअर्स- 300K फॉलोअर्स
फेक- 44,706
सही- 255,331 (85 फीसदी)

स्वतंत्र देव सिंह
कुल फॉलोअर्स- 443K फॉलोअर्स
फेक- 182,565
सही- 130,047 (41 फीसदी)

अनुप्रिया पटेल
कुल फॉलोअर्स- 60.7K फॉलोअर्स
फेक- 4,308
सही- 56,366 (92 फीसदी)

श्रीकांत शर्मा
कुल फॉलोअर्स- 1M फॉलोअर्स
फेक- 339,568
सही- 308,463 (47 फीसदी)

ट्विटर ऑडिट टूल के अनुसार, आए दिन ट्विटर पर फेक फॉलोअर्स जुटाने, हटाने का खेल भी चलता रहता है। ये भी माना जा रहा है कि पिछले चुनाव में तो पार्टियों ने टिकट चाहने वालों के पास कुछ फॉलोअर्स होने की शर्त भी रख दी थी। कि जिसके ट्विटर पर सबसे ज्यादा फॉलोअर्स होंगे पार्टियां केवल उनको ही टिकट देती हैं। प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी इस तरह की शर्तें लगाई जा सकती है। हो सकता है कि चुनाव के समय पार्टियों द्वारा जनता की राय जानने के लिए सबसे ज्यादा पोल भी किए जाएंगे। इसी बीच ट्विटर पर कई फेक अकाउंट भी बनाए जा सकते हैं।

अभी यूपी के सीएम योगी सहित बड़े बड़े दिग्गजों के ट्विटर पर फेक फॉलोअर्स के आंकड़े भी सामने आए हैं और साथ ही रियल फॉलोअर्स की संख्या सामने आई। बता दें कि ट्विटर पर मौजूद हमारे कुछ नेताओं के कितने फॉलोअर्स असली हैं, कितने नकली हैं। इस काम के लिए एक ऑनलाइन टूल www.twitteraudit.com का इस्तेमाल किया गया है। ट्विटर ऑडिट एक स्वतंत्र टूल है। इसके माध्यम से ट्विटर पर असली और नकली फॉलोअर्स की संख्या सामने लाकर इन दिग्गजों की सारी पोल खोली जा सकती है।

कैसे काम करता है ट्विटर ऑडिट

ट्विटर ऑडिट एक ऐसा स्वतंत्र टूल है जिसके माध्यम से ट्विटर पर लाखों फेक फॉलोअर्स के आंकड़े खोज लेता है। जब किसी अकाउंट का ऑडिट शुरू होता है तो उस अकाउंट के फॉलोअर्स को आखिरी ट्वीट, ट्विटर प्रोफाइल की डिटेल, ट्वीट के समय के आधार पर नंबर जारी होता है। जिन अकाउंट को सबसे कम नंबर आते है उसे सिस्टम फेक अकाउंट/फॉलोअर्स के तौर पर दिखाता है।

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