ये भी पढ़ें- इटावा में 26 दिन बाद खुलेंगे सरकारी कार्यालय, आम नागरिक को आने की अनुमति नहीं, डीएम ने कहा यह निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद फिर हुए पॉजिटिव- रायबरेली जिले में मंगलवार को अचानाक कोरोना बम फूटा। यहां जांच रिपोर्ट में 33 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अब तक जिले में कुल 35 मरीज कोरोना संक्रमित हैं। इससे अभी तक चैन की सांस ले रहे स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की नींद उड़ गई है। कोरोना पॉजिटिव पाए गए अधिकतर मरीज सहारनपुर के 2 पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए थे। इन मरीजों को रोहनिया के लेवल-1 अस्पताल में रखा गया था। वहां के स्थानीय लोगों में भी कोरोना की पुष्टि हुई हैं। सीएमओ डॉ. संजय कुमार शर्मा ने बताया है कि सभी पॉजिटिव मरीजों को रोहनिया के अस्पताल में शिफ्ट कराया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि रायबरेली में जो संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें पहले क्वारेंटाइन में रखा गया था। उस दौरान उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। 14 दिनों बाद दोबारा टेस्ट में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन जमातियों को मुंशीगंज स्थित कृपालु इंस्टिट्यूट में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। यहां कुल 68 जमाती क्वॉरेंटाइन हैं। बाकी बचे लोगों के दोबारा सैंपल मंगाए गए हैं। रोहनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए गए लेवल 1 हॉस्पिटल में 30 बेड की ही व्यवस्था है। 30 मरीजों को रोहनिया और बाकी को 34 सलोन में बनाए गए लेवल वन हॉस्पिटल में शिफ्ट करने की भी तैयारी है।
किस भी नॉन अप्रूव्ड अस्पताल में न जाएं मरीज- अवनीश अवस्थी अवनीश अवस्थी ने बताया कि सीएम योगी ने टीम 11 संग बैठक कर कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश के हॉटस्पॉट में सभी क्षेत्रों में लोगों की टेस्टिंग हो। इस क्षेत्रों से बाहर भी लोगों की टेस्टिंग कराई जाए। उन्होंने साथ ही कानपुर में पड़ रहे टेस्टिंग के लोड का जिक्र किया व कहा कि कानपुपर समेत सहारनपुर और मेरठ जैसे शहरों में टेस्टिंग की व्यवस्था को बढ़ाया जाए। साथ ही कोविड-19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई जाए। पुलिस कर्मियों की सुरक्षा के लिए मेडिकल व्यवस्था का इंतेजाम किया जाए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया तो बीमार हैं वह निर्धारित अस्पतालों में ही अपना इलाज कराएं। उसके अलावा वे किसी भी दूसरे अस्पताल में न जाए। किस भी नॉन अप्रूव्ड अस्पाल में न जाएं। सीएम योगी ने साथ ही कहा कि प्लाजमा थिरेपी पर काम होना चाहिए।
अवनीश अवस्थी ने आगे कहा कि यूपी के एक करोड़ लोगों ने अरोग्य सेतू ऐप डाउनलोड किया है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि और लोगों को इसे डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही कहा कि ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि बॉर्डर एरिया से कुछ ट्रकों के अंदर कंटेनर में छुप कर लोग आ रहे हैं। उन्हें क्वारेंटाइन किया जा रहा है। लेकिन आग्रह है को लोग ऐसा न करें। उन्होंने बतायाकि कोटा से आए छात्रों को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से जोड़ा गया है। उनसे फोन पर संपर्क कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ला जा रही है। रमजाम के महीने में आवश्यक सामग्री होम डेलीवरी के जरिए पहुंचाई जाएगी। सभी लोग सहरी और इफ्तार घर पर ही करें।