ये भी पढ़ें- मेगा टीकाकरण महाअभियान: ग्रामीणों को घर से सेंटर तक मुफ्त में पहुंचाएंगी बसें प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट भी बढ़कर 98.1 प्रतिशत हो गया है। प्रदेश में 65 ऐसे जिले हैं, जहां तीन सौ से कम एक्टिव केस हैं। वहीं, दस जिलों में तीन सौ से ज्यादा एक्टिव केस हैं। लखनऊ में सर्वाधिक 496 एक्टिव मामले हैं। अब तक प्रदेश में रिकॉर्ड 5 करोड़ 30 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं जो कि भारत के किसी भी राज्य से सबसे ज्यादा है। ग्राम स्तर पर भी कोरोना को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश में तमाम प्रयास किए हैं। 70,000 से अधिक निगरानी समितियां बनाई गई, जो घर-घर जाकर संक्रमितों की पहचान कर रही है।
ये भी पढ़ें- सीएम योगी ने शुरू किया ‘टीका जीत का’ महाअभियान, कहा- कोरोना को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त हो रही वैक्सीनेशन अभियान ने पकड़ी रफ्तार-
बीते कुछ समय में प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान ने रफ्तार पकड़ी है। बुजुर्गों और दस साल से कम उम्र के बच्चों के अभिभावकों को तो प्राथमिकता दी ही जा रही है। महिलाओं के लिए पिंक बूथ की शुरुआत भी की जा चुकी है। साथ ही ग्रामीणों को टीकाकरण केंद्र पर लाने के लिए नि:शुल्क बस सेवा भी शुरू की गई है। अभी तक प्रदेश में 2 करोड़, 28,75,910 डोज दी जा चुकी हैं। इनमें 1,90,87,029 को पहली डोज, तो 37,88,881 को दूसरी डोज दी गई है। कुल 6148 सरकारी व 113 प्राइवेट केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। प्रतिदिन औसत चाल लाख डोज लगाई जा रही हैं। जून में सरकार का लक्ष्य एक करोड़ वैक्सीन डोज लगवाने का है।
बीते कुछ समय में प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान ने रफ्तार पकड़ी है। बुजुर्गों और दस साल से कम उम्र के बच्चों के अभिभावकों को तो प्राथमिकता दी ही जा रही है। महिलाओं के लिए पिंक बूथ की शुरुआत भी की जा चुकी है। साथ ही ग्रामीणों को टीकाकरण केंद्र पर लाने के लिए नि:शुल्क बस सेवा भी शुरू की गई है। अभी तक प्रदेश में 2 करोड़, 28,75,910 डोज दी जा चुकी हैं। इनमें 1,90,87,029 को पहली डोज, तो 37,88,881 को दूसरी डोज दी गई है। कुल 6148 सरकारी व 113 प्राइवेट केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। प्रतिदिन औसत चाल लाख डोज लगाई जा रही हैं। जून में सरकार का लक्ष्य एक करोड़ वैक्सीन डोज लगवाने का है।