क्या कहा डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने…
इस मौके पर डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि इससे पुलिस महकमे की विभिन्न इकाइयों और जिला कार्यालय द्वारा बजट की मांग करने, आय-व्ययक विवरण उपलब्ध कराने और पुलिस मुख्यालय द्वारा इकाइयों और जिलों को बजट आवंटित करने के लिए किया जाएगा। वित्तीय प्रबन्धन किसी भी संस्था के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। बजट मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिए बजट की त्वरित जानकारी होगी और बजट मैनजमेंट में भी यह सॉफ्टवेयर कारगर होगा। उन्होंने कहा कि इस सॉफ्टवेयर के जरिए पुलिस की विभिन्न इकाइयों और जिलों द्वारा प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिए बजट का अनुमान उपलब्ध करा सकेंगे। सामान्य बजट की मांग कर सकेगें, मासिक व्यय का विवरण दर्ज कर सकेंगे और आवंटित राशि का विवरण भी देख सकेंगे। इससे बजट के बारे में जानकारी, प्लानिंग खर्च करने में आसानी होगी। सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल के लिए संबंधित को तकनीकी सेवा कार्यालय में प्रशिक्षित किया जाएगा।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान डीजीपी के अलावा एडीजी कानून व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री, एडीजी पीएचक्यू बीपी जोगदंड, एडीजी स्थापना पीयूष आनंद, एडीजी प्रशासन पीसी मीना, डीजीपी के जीएसओ सुनील कुमार गुप्ता, एडीजी रेलवे संजय सिंघल, एडीजी तकनीकी सेवाएं असीम अरुण, एडीजी एटीएस डीके ठाकुर, आईजी कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे।