उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रहीं मायावती ने इस बार विधानसभा चुनाव के न तो अभी तक कोई जनसभा की न ही कोई चुनावी रैली। बांकी दल चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले लगभग हर क्षेत्र में अपनी-अपनी उपलब्धियों के गुणगान कर चुके हैं।(UP Election Campaign 2022 ) मायवाती इस दौरान खमोश रहीं। मायावती की निष्क्रियता को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे थे। हाल ही में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी उन पर कटाक्ष करते हुए था कि मायावती भाजपा के दबाव में प्रचार नहीं कर रही हैं।
9UP Election Campaign 2022 )गौरतलब हो कि यूपी की सियासत में बसपा का अहम किरदार रहा है। मायावती सत्ता में रहें या न रहें, उनकी चर्चा हमेशा होती है। पिछले कई दिनों से उनके सक्रिय न रहने पर विपक्ष ने कटाक्ष करना शुरू कर दिया था। चर्चा इसलिए भी थी क्योंकि भले ही मायावती जनसभा या रैली नहीं कर रहीं थीं, लेकिन हर दूसरे दिन किसी न किसी मुद्दे पर उनका ट्विट जरूर आता था। यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा प्रमुख की यह पहली जनसभा होंगी। इससे पहले उन्होंने बीते साल लखनऊ में काशीराम परिनिर्माण दिवस पर कार्यकतार्ओं को सम्बोधित किया था।