scriptउत्तर प्रदेश के 12 ज़िलों में बाढ़, राहत बचाव कार्य तेज सरकार ने कहा स्थिति नियंत्रण में | UP Flood Update more than 300 Villages of 12 District Affected | Patrika News

उत्तर प्रदेश के 12 ज़िलों में बाढ़, राहत बचाव कार्य तेज सरकार ने कहा स्थिति नियंत्रण में

locationलखनऊPublished: Aug 02, 2020 06:10:18 pm

किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ पीएसी भी तैनात की गयी है। बाढ़ प्रभावितों को राशन किट आैर खाने के पैकेट बांटे जा रहे हैं, जिसमें आटा, दाल, चावल व रिफाइंड सहित 17 जरूरत की चीजें शामिल हैं। इसके अलावा रोज भोजन के पैकेट बांटे जा रहे हैं।

Flood

बाढ़

लखनऊ. कोरोना महामारी के साथ ही उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। यूपी के बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बलरामपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्घार्थनगर, आजमगढ़, जिलों के करीब 300 से अधिक गांव बाढ़ की जद में हैं। इन जिलों में शारदा, राप्ती आैर घाघरा नदियां उफान पर हैं। हालांकि सरकार की आेर से दावा किया गया है कि हालात नियंत्रण में हैं तथा युद्घ स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। हालात से निपटने के लिये सूबे में सैकड़ों बाढ़ चौकियां बनायी गयी हैं तथा सुरक्षा के लिये नावें इस्तेमाल की जा रही हैं। लोगों को राशन किट आैर खाने के पैकेट लगातार बांटे जा रहे हैं। सरकार की आेर से बताया गया है कि तटबंधों को कोर्इ खतरा नहीं है। कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के मुताबिक बाढ़ की जद में आए गांवों की करीब एक लाख नब्बे हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित है, जिनकी मदद की जा रही है।

 

पलियांकलां खीरी में शारदा, बर्डघाट गोरखपुर में राप्ती, श्रावस्ती में राप्ती तथा तुर्तीपार बलिया में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां दजर्नों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ की जद में आने वाले सबसे अधिक जिले पूर्वांचल के गोरखपुर, बस्ती व आजमगढ़ मंडल के हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में हजारों एकड़ फसल डूब गयी है आैर गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से वहां रहने वालों की मुसीबतें बढ़ गयी हैं। इसके चलते पशुओं के चारे की भी समस्या उत्पन्न हो गयी है। मुख्यमंत्री के आदेश से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव का कार्य तेज कर दिया गया है।

बाढ़ को लेकर मुख्यमंत्र योगी आदित्यनाथ ने सरकारी तंत्र को अलर्ट कर दिया है। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को खुद जरूरत के हिसाब से राहत आैर बचाव कार्य करवाने आैर बाढ़ प्रबंधन की व्यवस्था संभालने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रबंधन व्यवस्था में लापरवाही न करने के लिये भी चेताया है।

 

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी तैनात

बाढ़ को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती जा रही है। यूपी के शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत आैर बचाव के लिये 647 बाढ़ राहत चौकियां स्थापित की गयी हैं। मदद के लिये 654 नावें लगायी गयी हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ पीएसी भी तैनात की गयी है। बाढ़ प्रभावितों को राशन किट और खाने के पैकेट बांटे जा रहे हैं, जिसमें आटा, दाल, चावल व रिफाइंड सहित 17 जरूरत की चीजें शामिल हैं। इसके अलावा रोज भोजन के पैकेट बांटे जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 4925 फूड पैकेट बांटे गये हैं। अब तक कुल 7600 से अधिक पैकेट वितरित किये जा चुके हैं। सुरेश खन्ना ने कहा है कि सरकार की पूरी कोशिश है कि आम जनता पर बाढ़ का प्रभाव कम से कम पड़े और उन्हें ज्यादा से ज्यादा राहत पहुंचायी जा सके।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो