उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन में नौकरी व व्यापार प्रभावित हुआ है। कई की नौकरी चली गई है तो कई के वेतन में कटौती हुई है। ऐसे में अभिभावकों को स्कल फीस जमा करने में परेशानी हो रही है। वहीं इस बीच ऑनलाइन क्लासेज से कोर्स पूरा कराया गया है। अभिभावकों की मांग है कि जब तीन महीने स्कूल नहीं गए तो स्कूल फीस माप कर दी जाए।उधर, विद्यालयों के संगठनों ने राज्य सरकार से शिकायत की थी कि अभिभावक सरकार के आदेश का गलत अर्थ निकालते हुए फीस जमा नहीं कर रहे हैं। जबकि राज्य व केंद्र सरकार, बोर्ड, निगम, बैंक या बड़े संस्थान के कर्मचारी व अधिकारियों को नियमित रूप से वेतन मिल रहा है। वहीं, राज्य सरकार के आदेश पर वित्तविहीन विद्यालयों को अपने शिक्षकों और कर्मचारियों नियमित वेतन देना पड़ रहा है।