दाल के साथ आलू-प्याज की बिक्री इसके अलावा शहरों के प्रमुख इलाकों और मोहल्लों में मोबाइल वैन से भी आलू-प्याज की बिक्री की जाएगी। सरकार ने निर्देश दिये हैं कि दोनों उत्पादों के बाजार भाव पर नजर रखी जाए ताकि बाजार भाव में गिरावट आने पर सरकारी बिक्री दर में उसी दर से कमी की जा सके। कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय कमेटी इस नई व्यवस्था पर नजर रखेगी ताकि बाजारों में दोनों खाद्य वस्तुओं की कीमतें गिरने या ऊपर चढ़ने की दशा में बिक्री स्टॉल बढ़ाए जा सकें या कम किए जा सकें। दोनों वस्तुओं की कीमत क्या होगी, इस पर बिक्री केन्द्र खुलने के एक दिन पहले फैसला किया जाएगा।
उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत दरअसल दालों के आसमान छूते दामों पर कंट्रोल करने और उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में काउंटर लगाकर दालें बेचने का निर्णय किया है। दालों की कीमतों में भारी वृद्धि के बाद सरकार ने केन्द्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सहयोग से सस्ती दरों पर दालें बेचने का निर्णय किया है। इसके तहत नेफेड यूपी को अरहर, मूंग और उड़द की दालों की आपूर्ति करेगा और राज्य सरकार उन दालों को हाफेड, पीसीएफ, यूपी एग्रो और मण्डी समितियों के माध्यम से खुले बाजारों में बिकवाएगी।
इन एजेन्सियाों को बेचनी है दाल प्रदेश में उत्तर प्रदेश सहकारी कृषि औद्यानिक विपणन संघ (हॉफेड), प्रादेशिक कोआपरेटिव फेडरीशन (पीसीएफ), यूपी एग्रो एवं मण्डी परिषद की मण्डी समितियां दालें बेचेंगी। यह एजेन्सी खरीदेगी आलू-प्याज
उत्तर प्रदेश सहकारी कृषि औद्यानिक विपणन संघ (हॉफेड) को आलू-प्याज खरीदने की जिम्मेदारी मिलेगी। इस भाव में बिकेंगी दालें – अरहर की दाल 85 रुपये प्रति किलो।
– उड़द दाल (धुली) (2018) 79 रुपये प्रति किलो।
– उड़द दाल (धुली) (2019) 81 रुपये प्रति किलो।