ये भी पढ़ें- UP Weather: जब बीच सड़क पर भारी बारिश में बह गया कार सवार, बाढ़ जैसे बने हालात, अलर्ट जारी अब आईएएस अफसरों को अपनी साफ नीयत व साफ छवि का प्रमाण देना होगा, तभी वे डीएम पद पर तैनात हो पाएंगे। सरकार चाहती है कि प्रदेश की आम जनता से साथ धोखा व अन्याय न हो। डीएम पद के लिए आईएसएस अफसरों को पारदर्शी होना पड़ेगा। उन्होंने यदि अपनी परफॉर्मेंस की झूठी सूचना दी है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही भी की जाएगी।
ये भी पढें- दुर्गेश यादव को मारने से पहले दिया गया था ‘थर्ड डिग्री’ टॉर्चर, फिर यूं मारी गई थी गोली, वीडियो हुआ वायरल डीएम बनने का सपना देख रहे आईएएस अफसरों को अपनी छवि सुधारनी होगी व परफॉर्मेंस रेट भी अच्छा करना होगा। उन्होंने साबित करना होगा कि वे जिम्मेदारी का पूरी तरह से निर्वहन करेंगे। राज्य सरकार प्रदेशवासियों की योजनाओं का लाभ देने और उन्हें समय से न्याय दिलाने वाली परफॉर्मेंस को डीएम की तैनाती के लिए आधार बनाने पर जोर दे रही है। सरकार ने उच्च स्तर पर जिलों में साफ छवि वाले आईएएस अफसरों को ही डीएम बनाने का निर्देश दिया है।