एक्सपर्ट्स के अनुसार क्रेडिट फ्लो में वृद्धि सरकार को 2027 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम बनाएगी। यूपी का क्रेडिट रेश्यो डिपाजिट
उत्तर प्रदेश में ग्रॉस क्रेडिट डिपाजिट रेश्यो लगभग 52% है। पूर्वी मध्य यूपी के पिछड़े क्षेत्रों और बुंदेलखंड क्षेत्र के जिलों में औसत सीडी रेश्यो 40% है।
यूपी की अर्थव्यवस्था के विस्तार के लिए काम कर रहे अधिकारियों और संस्थानों का दृढ़ मत है कि जब तक विभिन्न क्षेत्रों में क्रेडिट फ्लो समान नहीं होगा तब तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य पाना मुश्किल है। पीएसयू बैंकों को अगले चार महीनों में तीन क्षेत्रों में सीडी रेश्यो को 40% से बढ़ाकर 60% करने के लिए कहा गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पिछड़े जिलों में फसल बीमा जैसी बीमा योजनाओं को बढ़ावा देते हुए सीडी रेश्यो बढ़ाने के अलावा आकांक्षी जिलों, ब्लॉकों और कस्बों पर ध्यान देने की जरूरत है। सूत्रों ने कहा कि राज्य सरकार ने यूपी के समग्र विकास के लिए लघु और दीर्घकालिक कार्य योजना तैयार की है।
यूपी के मुख्य सचिव डीएस मिश्रा ने राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी यानी एसएलबीसी की हालिया बैठक के दौरान कहा था कि राज्य में क्रेडिट फ्लो के लिए बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि विकास की गति के साथ-साथ बड़े उद्योग यूपी की ओर आकर्षित होंगे और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
पिछले एक साल में सीडी रेश्यो का हाल
इस साल की शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैंकों से स्टेट सीडी रेश्यो बढ़ाने के लिए कदम उठाने को कहा था। बैंक डिपाजिट ने सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही के 13.13 लाख करोड़ रूपए से सितंबर 2022 में 14.31 लाख करोड़ रूपए का आंकड़ा छूहा है।
इस अवधि में बैंक डिपाजिट में 9% की वृद्धि हुई है। इसी तरह इसी अवधि में क्रेडिट फ्लो 6.67 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 7.51 लाख करोड़ रुपये हो गया अवधि और इसमें 12.6% की वृद्धि दर्ज की गई।