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पंचायत सहायक नाराज
ग्राम पंचायतों में पहले से ही रखे पंचायत सहायकों ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि हम लोग पहले से काम कर रहे थे, इसलिए सरकार को उन्हें ही मौका देना चाहिए था। पंचायती राज अधिनियम के तहत इन्हें नियुक्त किया गया था। हरदोई में लगभग दो वर्ष पूर्व प्रदेश सरकार की ओर से शुरू किए गए ऑपरेशन कायाकल्प के तहत 413 ग्राम पंचायतों में पंचायत घरों की मरम्मत, सुदृणीकरण का कार्य करवाया गया था। दो चरण में बनाए गए पंचायत सचिवालयों में 3000 रुपए के मानदेय पर ग्राम पंचायतों ने एक-एक कम्प्यूटर ऑपरेटर/ पंचायत सहायक की नियुक्ति भी की थी।
अर्हता- 10वीं व 12वीं की मेरिट से चयन। कंप्यूटर ज्ञान जरूरी नहीं।
मानदेय- 6000 रुपये प्रतिमाह
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ग्राम्य विकास की भर्ती
पद नाम- कंप्यूटर ऑपरेटर
काम- टाइपिंग व डाटा फीडिंग
अर्हता : ओ लेवल व समकक्ष कंप्यूटर ज्ञान
चयन एजेंसी : आउटसोर्सिंग एजेंसी के जरिए
मानदेय : 11,200 रुपये प्रतिमाह
उत्तर प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम्य विकास विभाग की ओर से पंचायत मित्र नियुक्त हैं। इन्हें प्रतिमाह 6000 रुपए मानदेय दिया जा रहा है। पहले यह पंचायती राज विभाग के तहत नियुक्त किये गये थे, बाद में इन्हें ग्राम्य विकास विभाग के तहत भर्ती किया गया। पंचायत मित्र से इनका नाम बदलकर ग्राम रोजगार सेवक कर दिया गया।