डॉक्टरों के अनुसार, देश ही नहीं, एनआरआई और विदेशी बालाएं भी इस सर्जरी को कराने के लिए नवाबों के शहर का रुख किए हुए हैं। खासकर, ऐसे देश जहां इस तरह के संबंध खास मायने नहीं रखते हैं, वहां की युवतियां वर्जिनिटी खो जाने पर मैरिड लाइफ बचाने के लिए इस सर्जरी का सहारा ले रही हैं। राजधानी के डॉक्टरों के मुताबिक, युवतियां हाइमनोप्लास्टी या रिवर्जिनाइजेशन को लेकर काफी क्रेजी हैं।
क्या कहते हैं डॉक्टर
इसके पीछे कारणों के बारे में पूछने पर डॉक्टर बताते हैं कि मॉडर्नाइजेशन के दौर में करियर के चक्कर में आजकल देर से शादियां होने की प्रथा चल पड़ी हैं। ऐसे में विवाह पूर्व संबंध बनना आज की सोसायटी में आम बात है। उन्होंने बताया कि शादी के समय नेचुरल लुक देने के लिए इस तरह के केस को कराने के लिए लोग सामने आ रहे हैं। इनमें वे भी केस शामिल हैं जो प्यार में धोखा खा चुकी होती हैं या फिर बचपन में उनके साथ रेप जैसी कोई घटना हो जाती है।
हर महीने आते हैं करीब 25 केस
डॉक्टर के अनुसार, इस तरह के हर माह करीब 25 केस सामने आ रहे हैं। ये केस यूपी के अलग-अलग जिलों जैसे गोरखपुर, वाराणसी, फैजाबाद, बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई, इलाहाबाद और पश्चिमी यूपी के मेरठ, मैनपुरी, आगरा, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद से काफी आ रहे हैं। इनके अलावा विदेशों से भी ऐसे केस आ रहे हैं। उन्होंने बताया नेपाल और फिजी जैसे देशों में अभी चिकित्सा क्रांति इतना नहीं आई है, इसलिए वहां के लोग यहां आ रहे हैं। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में महंगे इलाज के चलते यहां पर लोग आ रहे हैं।
एनिवर्सरी गिफ्ट में भी शामिल हो रहा रिवर्जिनिटी
प्लास्टिक सर्जन बताते हैं कि रिवर्जिनिटी की इस दौड़ में शादीशुदा महिलाएं भी शुमार हैं, जिनकी उम्र 30 से 45 के बीच होती है। उन्होंने बताया कि इसके पीछे उनकी सोच है कि लाइफ में कुछ नया हो। उन्होंने बताया कि कई महिलाएं शादी की 15वीं और 25वीं सालगिरह पर रिवर्जिनिटी का तोहफा देकर पति को खुश कर रही हैं। ऐसे में पति भी अपनी बीवियों के ऐसे तोहफों परफिदा हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि सप्ताह में इस तरह की चार-पांच सर्जरी हो रही है, लेकिन शादियों के मौसम में इसकी डिमांड बढ़ जाती है। इस तरह महीने में करीब 20 केस आते हैं और इसे कराने में 45 हजार रुपए के आसपास खर्च आता है।