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रेडीमेड गारमेंट्स बना गोरखपुर का दूसरा डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट, प्रदेश सरकार ने दी मंजूरी दरअसल, बिजनेस रिफार्म एक्शन प्लान (BRP) के अंतर्गत सभी राज्यों की प्रत्येक वर्ष रैंकिंग जारी की जाती है। यह पहली बार है जब यूपी ने बीआरपी की सूची में दूसरा स्थान हासिल किया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश वर्ष 2015 में टॉप-10 में जगह बनाई थी। उस दौरान प्रदेश को दसवां स्थान हासिल हुआ था। इसके बाद प्रदेश को 2016 में 14वीं तो वर्ष 2017-18 में 12 रैंक मिली थी। पिछले तीन वर्षों में योगी सरकार की ओर यूपी में निवेेश का अच्छा माहौल बनाने के चलते प्रदेश 10 स्थानों की छलांग लगाते हुए सीधे दूसरे पायदान पर पहुंच गया है।
अगली रैंकिंग में मिल सकती है टॉप रैंकिंग बता दें कि केंद्र ने बीआरपी-2019 में 187 सुधारों को लेकर कार्य का एजेंडा दिया था। हालांकि यूपी ने 186 सुधारों पर कार्य किया और केंद्र के मूल्यांकन में 184 सुधार कसौटी पर खरे उतरे। यूपी में जनसेवा को ऑनलाइन करना, बड़े स्तर पर श्रम सुधारों को लागू करना और निवेश मित्र (Nivesh Mitra) पोर्टल से जोड़ने की पहल सफल रही। वहीं, अब कोरोना महामारी के बीच प्रदेश सरकार अधिक से अधिक निवेशकों को आकर्षित कर रह रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अगली बीआरएपी में यूपी टॉप रैंकिंग मिल सकती है।
इनवेस्टर समिट ने कारोबारियों को लुभाया उल्लेखनीय है कि सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सत्ता संभालने के बाद फरवरी 2018 में इनवेस्टर समिट (Investor summit) का आयोजित की थी, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सिंगल विंडो निवेश मित्र सिस्टम का शुभारंभ किया था। इसके जरिये निवेशकों को लाइसेंस, अनुमति, अनापत्ति, क्लीयरेंस और शुल्क जमा करने जैसी सुविधाएं घर बैठे ऑनलाइन (Online) उपलब्ध कराई। इसके जरिये अब तक करीब 2.29 लाख निवेशकों के आवेदन मिल चुके हैं।