यूपी में 3000 एनकाउंटर का दावा
उत्तर प्रदेश में मार्च 2017 से जुलाई 2018 के दौरान उप्र पुलिस ने तीन हजार से ज्यादा एनकाउंटर किए। इनमें 6 दर्जन अपराधियों को मारने का दावा किया गया। उप्र में 1200 एनकाउंटर में 40 ख़तरनाक अपराधी मारे गए। 2017 में यूपी पुलिस ने बताया था कि छह महीनों में 420 एनकाउंटर हुए थे। जिसमें 15 लोग मारे गए। इसी तरह 2018 तक यूपी पुलिस ने 1,038 एनकाउंटर किए जिसमें 32 लोग मारे गए। उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर में मारे गए 14 लोगों के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने झूठी कहानी बताकर नियोजित तरीके से हत्या की।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने भी जतायी थी चिंता
पिछले साल संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने भारत सरकार को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा न्यायिक हिरासत में हत्याओं के 15 मामलों की जानकारी के साथ पत्र लिखा था। इसमें संभावित 59 फर्जी एनकाउंटर मामलों का जिक्र था। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने इसे बेहद चिंता का विषय बताया था। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के लिए उच्चायुक्त का कार्यालय (ओएचसीएसआर) के अधिकारियों ने जिन मामलों को लेकर भारत सरकार को पत्र लिखा उनमें पीडि़त एक खास समुदाय से ताल्लुक रखते थे। ओएचसीएसआर का कहना था कि सबूतों के और मामलों के स्वरूप के अनुसार, ये सभी मामले हिरासत में हत्या का मालूम पड़ते हैं।
मानवाधिकार आयोग में कैसे शिकायत दर्ज करवाएं
मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराने के लिए आयोग को फैक्स और टेलीग्राम भेजा जा सकता है। डाक से भी शिकायतें स्वीकार की जाती हैं। देश का कोई भी नागरिक आयोग के चेयरमैन को सम्बोधित करते हुए एप्लीकेशन दे सकता है। यदि पुलिस एफआईआर दर्ज करने से मना करती है या देरी करती है, तब उस सूरत में मानवाधिकार आयोग को शिकायत दर्ज करवायी जा सकती है।