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यूपी में इसके पक्ष में पड़े 7 लाख वोट, बुंदेलखंड में दिखी ज्यादा नाराजगी, पीएम मोदी की सीट पर भी दिखा असर

locationलखनऊPublished: May 24, 2019 06:17:56 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

राहुल और नरेंद्र मोदी के क्षेत्र में भी लोगों ने दबाया नोटा का बटन, उत्तर प्रदेश में 7,13,093 ऐसे मतदाता थे जिन्हें इस लोकसभा चुनाव में कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं था।

Modi Maya Akhilesh

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लखनऊ. उत्तर प्रदेश में 7,13,093 ऐसे मतदाता थे जिन्हें इस लोकसभा चुनाव में कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं था। इसलिए उन्होंने इवीएम में नोटा का बटन दबा कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। अपने उम्मीदवारों के प्रति सबसे ज्यादा नाराजागी बुदेलखंड क्षेत्र में देखी गयी, जहां सर्वाधिक लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
बुदेलखंड के सबसे पिछड़े जिले बांदा में 19250 वोट नोटा को गये हैं। जबकि झांसी में 18239, हमीरपुर में 15155, जालौन में 12514 वोट नोटा को डाले गए हैं। श्रावस्ती में 17108 नोटा के खाते में गये हैं। वहीं सबसे कम जौनपुर में 2441 लोगों ने नोटा के पक्ष में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसी तरह बरेली में 3824, अमेठी में 3940, वाराणसी में 4037 व कानपुर में 4057 लोगों ने नोटा के पक्ष में वोट दिया है। अमेठी और वाराणसी में नोटा के पक्ष में मतदान यह बताता है कि मतदाताओं को राहुल गांधी और पीएम नरेंद्र मोदी जैसे नेता भी पसंद नहीं थे।
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नोटा यानी नन ऑफ द अबव (none of the above) पर 2019 के लोकसभा चुनाव में पूरे देश में 62 लाख से ऊपर मतदान हुआ। इस मामले में बिहार पहले पायदान पर है। बिहार में आठ लाख से ज्यादा लोगों ने नोटा को वोट किया है। वहीं दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश रहा, जहां सात लाख से ऊपर नोटा को मतदान हुआ। तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र रहा है। यह आंकड़ा पिछले लोकसभा चुनाव से ज्यादा है। पिछले चुनाव में करीब 60 लाख यानी 1.08 फीसदी मतदाताओं के इस विकल्प को चुना था।
इन राज्यों में दिखी नोटा की ताकत
लोकसभा चुनाव 2019 में करीब 0.98 फीसदी मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया है। यूपी में 0.88 फीसदी वोट नोटा पर पड़े हैं। वहीं उत्तराखंड की पांच सीटों पर हुए चुनावों में जनता ने भाजपा और कांग्रेस के बाद नोटा का प्रयोग किया। गुजरात में भाजपा, कांग्रेस और अन्य के बाद चौथा सबसे बड़ा वोट शेयर नोटा को मिला है। यहां नोटा पर 1.38 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि बसपा को 0.86, सीपीआई को 0.02 और एनसीपी को 0.09 प्रतिशत वोट मिले हैं। हिमाचल के चार लोकसभा क्षेत्रों में कुल 32547 मतदाताओं में इस बार नोटा का बटन दबाया। वहीं मध्य प्रदेश में 0.92, प. बंगाल में 0.96, हरियाणा में 0.33, नगालैंड में 0.19, दिल्ली में 0.53, महाराष्ट्र में 0.90, कर्नाटक में 0.71, जम्मू-कश्मीर में 0.65 फीसदी वोट पड़े हैं।
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