दुराचार कर ब्लैकमेल करने का आरोप पीड़िता का आरोप है कि वह अपनी मूक बधिर बच्ची का इलाज कराने अस्पताल गई थी जहां तीनों ने उसके साथ दुराचार कर ब्लैकमेल किया। पीड़िता ने तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश देने की मांग की है। कोर्ट में अर्जी के बाद सीजेएम कोर्ट ने लखनऊ के वजीरगंज थाने में मामले की रिपोर्ट तलब की है। सीजेएम आनंद प्रकाश सिंह ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 7 मई को रखी है।
मंत्री सुरेश खन्ना ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उनके खिलाफ दिए गए प्रथानापत्र में दिए गए सभी आरोप गलत हैं। इसकी जांच होनी चाहिए और अगर शिकायत सही निकलती है, तो उनका मांस कुत्तों से नुचवाया जाए।