आंकड़ों के अनुसार, केवल चार सीट ही सपा के खाते में आएंगी, बाकी भाजपा की झोली में जाएंगी। माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अखिलेश यादव कोई खतरा नहीं लेंगे। वह गठबंधन धर्म के साथ जातीय और क्षेत्रीय समीकरण साधते हुए नामों की घोषणा करेंगे। सपा के एक बड़े नेता का कहना है कि राज्यसभा चुनाव में भी अखिलेश यादव ने पूरी तरह से गठबंधन धर्म निभाते हुए ही निर्णय लिया है। इसलिए एमएलसी चुनाव में भी वह बहुत सोच-समझकर फैसला लेंगे।
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सीएम योगी बोले- ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से यूपी के विकास को लगेंगे पंख एमएलसी के लिए इन नेताओं का नाम चर्चा में सपा सूत्रों के अनुसार एमएलसी पद के लिए भारतीय जनता पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में आए फाजिल नगर सीट हारे स्वामी प्रसाद मौर्या, नेता प्रतिपक्ष रहे रामगोविंद चैधरी, कांग्रेस छोड़कर सपा में आए इमरान मसूद, बाराबंकी से अरविन्द सिंह गोप और अखिलेश यादव के लिए करहल सीट छोड़ने वाले सोबरन सिंह के नाम सामने आ रहे हैं। इनके अलावा एमएलसी राजपाल कश्यप, संजय लाठर और अरविन्द सिंह का नाम चर्चा में चल रहा है।
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आतंकी ओसामा बिन लादेन को श्रद्धेय बताने वाला अधिकारी अलाप रहा लादेन का राग ओमप्रकाश राजभर बना रहे बेटे के लिए एक सीट का दबाव बताया जा रहा है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओमप्रकाश राजभर भी अपने बेटे के लिए एक सीट का दबाव बना रहे हैं। ओम प्रकाष राजभर का कहना है कि एमएलसी चुनाव का समय आ गया है। इसके लिए कुछ न कुछ तो करना ही पड़ेगा। गठबंधन के एक साथी को दिया जा रहा है तो दूसरे को भी मिलना चाहिए।