उपचुपनाव में भाजपा को उसके सहयोगियों के अलावा ओम प्रकाश राजभर की सुभाषपा और राजा भैया ने भी समर्थन किया। वहीं सपा के साथ रालोद खड़ी रही। कांग्रेस और बसपा ने मतदान से दूरी बनाई। इन दोनों दलों के अलावा सपा के तीन और सुभासपा का एक विधायक जेल में होने और बीमार होने की वजह से मतदान नहीं कर सका।
सपा के कुल 109 और आरएलडी के 9 विधायक हैं। यानी दोनों के 118 विधायक हैं। इनमें से तीन विधायक रमाकांत यादव, इरफान सोलंकी और मनोज पारस वोट नहीं डाल सके। ऐसे में सपा और आरएलडी के पास 115 वोट बचे। जबकि वोट उसे 116 मिले हैं। ऐसे में साफ है कि उसे एक वोट भाजपा खेमे से मिला है। सुभासपा के अब्बास अंसारी को सपा का करीबी माना जाता है लेकिन वो वोट डालने ही नहीं पहुंचे। ऐसे में सवाल ये है कि कौन एक विधायक है जो अंदरुनी तौर पर सपा के साथ खड़ा है।
मतदान के बाद सपा नेता मनोज पांडेय ने कहा कि नतीजा कुछ भी हो लेकिन हम इसे इस आधार पर अपनी जीत मान रहे हैं कि हमें बीजेपी के पक्ष से भी एक वोट मिला है। पांडेय ने कहा कि जिस भी विधायक ने अपनी आत्मा की आवाज पर हमें वोट दिया उसका धन्यवाद करते हैं।