भवन की पोली दीवारें,फाउंडेशन में गड़बड़ी, सूखे पत्थर एवं मसाले के कम उपयोग जैसी स्थितियां सामने आने पर स्वच्छ परियोजना के अधिकारी को जमकर फटकार लगाई। साथ ही ठेकेदार के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की अनुशंसा की गई। निरीक्षण के दौरान दीवारों में दरारें सहित अन्य खामियों को लेकर भी अधिकारियों से सवाल-जवाब किए गए।
विधायक की निगरानी में हो रहा काम सदस्यों ने कहा कि अधिकारी बता रहे है कि विधायक रावत की निगरानी में काम हो रहा है। इस पर एमएलए रावत ने कहा कि मैंने पहले दो से तीन बार निरीक्षण के बाद गलत काम को तुड़वाया भी है। ठेकेदार विभाग के कंट्रोल से बाहर का है। अधिकारियों ने जब बताया कि ठेकेदार को दो से तीन बार नोटिस जारी किए हैं तो सदस्यों ने कहा कि ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई आखिर क्यों नहीं की जा रही है।
सदस्यों ने ठेकेदार अमित जोशी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की बात कही। जिस पर विधायक रावत ने कहा कि निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने वाले ठेकेदारों को तो संभाग में कभी काम न मिले इसके लिए कार्रवाई होनी चाहिए।
ये तो जो आएगा उसकी वाहवाही करेंगे
सदस्यों ने स्वच्छ के अधिकारी मुकेश पाटीदार को निर्माण में मॉनिटरिंग का ध्यान नहीं रखने पर फटकार लगाई। जब पाटीदार ने स्वयं के 15 वर्षों से जिले में सेवाएं देने की जानकारी दी तो सदस्यों ने कहा कि ये तो जो आएगा उसकी वाहवाही करेंगे। इन्हें अब जिले से हटाकर अन्य लगाया जाए। सदस्यों ने लापरवाही के मामले में जिम्मेदारों के नाम भी लिखे।
सदस्यों ने स्वच्छ के अधिकारी मुकेश पाटीदार को निर्माण में मॉनिटरिंग का ध्यान नहीं रखने पर फटकार लगाई। जब पाटीदार ने स्वयं के 15 वर्षों से जिले में सेवाएं देने की जानकारी दी तो सदस्यों ने कहा कि ये तो जो आएगा उसकी वाहवाही करेंगे। इन्हें अब जिले से हटाकर अन्य लगाया जाए। सदस्यों ने लापरवाही के मामले में जिम्मेदारों के नाम भी लिखे।