पैर छूकर लेंगे पिता का आशीर्वाद आईपीएस अनूप सिंह का कहना है कि उन्होंने फर्ज और संस्कार पिता से सीखे हैं। इससे पहले वह गाजियाबाद, नोएडा में तैनाती के बाद उन्नाव में एएसपी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह घर पर पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लेंगे, लेकिन फर्ज निभाने के दौरान व प्रोटोकाल का पालन करेंगे। उन्होंने बताया कि नौकरी के सिलसिले में अलग-अलग जिलों में रहे। इस बीच बेटे की प्रारंभिक शिक्षा बाराबंकी में हुई।
गर्व से करेंगे सैल्यूट वहीं पिता जनार्दन सिंह गर्व से कहते हैं कि वह अॉन ड्यूटी कप्तान को सैल्यूट करेंगे । जनार्दन सिंह ने बताया कि बेटा बहुत ही सख्त और ईमानदार है।ग्रेजुएशन इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया था, जेएनयू से पीजी करने के बाद बेटे ने सिविल सर्विसेज की तैयारी की और पहली बार में ही सिविल सर्विसेज में चयनित होकर आईपीएस अफसर बन गया।
स्कॉलरशिप के रुपए भी बेटा भेज देता था घर जनार्दन सिंह के मुताबिक दिल्ली स्थित जेएनयू विवि में अच्छे अंक पाने पर बेटे को स्कॉलरशिप मिलती थी। अपने सीमित खर्च के चलते मना करने के बाद भी बेटा स्कॉलरशिप के रुपए भी घर भेज देता था।
जनार्दन सिंह ने बताया कि परिवार में उनकी पत्नी कंचन सिंह, बेटी मधु और बहू अंशुल है। वह परिवार के साथ विक्रांत खंड स्थित अपने घर पर रहेंगे। बेटा अधिकारी है, इसलिए वह अपने सरकारी आवास में रहेगा।