ये भी पढ़ें- यूपी में 305 कोरोना पॉजिटिव, 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खुलेगा, यह कहना मुश्किल- अवनीश अवस्थी एलएलडीसी के अभियंताओं का मानन है कि मांग घटने के मद्देनजर हाइड्रो के ज्यादातर पावर प्लांट जहां बंद रखे गए वहीं कई थर्मल पावर प्लांट को भी उनकी पूरी क्षमता से लगभग 40-45 फीसद कम पर चलाया गया। बिजली की खपत कम होने का सिलसिला ऐसे समझे। शाम 8 बजकर 10 मिनट बिजली की मांग 14,288 मेगावाट थी, 8.40 बजे यह घटकर 13,534। 8 बजकर 55 मिनट पर बिजली डिमांड 13,020 हुई, 8.59 बजे यह 11,732। वहीं ठीक नौ बजे बिजली की मांग 11,180 मेगावाट और 9.09 बजे बिजली की खपत न्यूनतम 9,102 मेगावाट देखने को मिली। नौ मिनट की अवधि समाप्त होने के बाद सभी घरों में बत्तियां दोबारा जला दी गई, जिससे एकाएक मांग बढ़ गई।