इस मामले का संज्ञान लेते हुए ऊर्जा मंत्री ने सुबह 10 बजे उपकेंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां लार तैनात अधिशाषी अभियंता और अन्य सहयोगी स्टाफ अनुपस्थित रहा। इस दौरान श्रीकांत शर्मा ने अधिकारियों को मौके पर ही तालाब कर पत्रावलियों का निरीक्षण किया। इस दौरान गलत बिल दिए जाने, समय से बिल न मिलने और कनेक्शन न दिए जाने केके आवेदन भी लंबित मिले। श्रीकांत शर्मा ने इस सम्बंध में जब अधिकारियों से सवाल किया तो कोई भी तर्कपूर्ण जवाब नहीं मिला। इसपर मंत्री ने काफी नाराजगी व्यक्त की। इससे पूर्व भी दौरे के समय यहां पर तैनात अधिकारियों को लापरवाही के कारण चेतावनी भी दी जा चुकी थी। इसके बाद भी आपेक्षित सुधार न होने पर ऊर्जा मंत्री ने एमडी मध्यांचल संजय गोयल और चीफ इंजीनयर लेसा प्रदीप कक्कड़ को कार्यालय में तालाब कर लापरवाही पर नाराजगी जताई। चीफ इंजीनयर को कड़ी चेतावनी देते हुए साफ किया कि भविष्य में ऐसी समस्या न आये साथ ही नियमित स्तर पर उपकेंद्रों का दौरा कर लापरवाह अधिकारियों को चिह्नित करने के निर्देश भी दिए।
लापरवाही पर एमडी मध्यांचल द्वारा अधीक्षण अभियंता अजय मिश्र और अधिशाषी अभियंता प्रेमचंद को चार्जशीट भी जारी की गई है। वहीं अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों से भी जवाब तलब किया गया गया है। ऊर्जा मंत्री ने सभी डिस्कॉम्स के एमडी को निर्देशित किया है कि विद्युत संबंधी समस्या का समाधान उपकेंद्र स्तर पर तय सिटीजन चार्टर के अनुसार कराना सुनिश्चित करें। सभी चीफ इंजीनियर अपने अधीन आने वाले उपकेंद्रों का निरीक्षण और जन समस्याओं का निपटारा सुनिश्चित कराएं।