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UP Prasangvash: कोरोना संक्रमण के प्रति यह बेफिक्री ठीक नहीं

locationलखनऊPublished: Aug 24, 2021 02:55:55 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

बेशक, उत्तर प्रदेश वैक्सीनेशन (Covid Vaccines in UP) में नंबर एक पर है, लेकिन दोनों डोज के मामले में है तीसरा स्थान.

UP Unlock

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लखनऊ. यूपी में सोमवार को खुशखबर मिली। सिर्फ सात नए कोरोना (Coronavirus in UP) मामले सामने आए। यह मार्च 2020 से अब तक की सबसे कम संख्या है। निश्चित ही यह राहत देने वाला आंकड़ा है। राहत भरी खबर आइआइटी कानपुर (IIT Kanpur) की भी है। यहां के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो.मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) आने की संभावना अब न के बराबर है। इसकी वजह यूपी में तेज वैक्सीनेशन (Vaccination in UP) है। प्रदेश में अब तक 6.41 करोड़ वैक्सीन लगाई जा चुकी है, इसी के साथ प्रदेश देश में पहले पायदान पर है। इन्हीं आंकड़ों व तैयारियों की वजह से यूपी में लगा पूर्ण प्रतिबंध (UP unlock) हटा लिया गया है। इसी के साथ लोग कोरोना संक्रमण को लेकर अब बेफिक्र दिखने लगे हैं जो ठीक नहीं है।
पूर्ण प्रतिबंध हटाना मूर्खता: WHO
कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम होने के बाद विभिन्न चरणों में अनलॉक की प्रक्रिया जारी है। लगभग सब कुछ खुल चुका है। अब केवल रात्रि 10 बजे से सुबह छह बजे तक कोरोना कर्फ्यू है। इन सबके बीच चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्यों सहित दुनिया के दो दर्जन से ज्यादा देशों में कोरोना संक्रमण फिर तेजी से फैल रहा है। कई जगह तो संपूर्ण लॉकडाउन लगाना पड़ा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि पूर्ण प्रतिबंध हटाना मूर्खता है। तो क्या यूपी सरकार ने प्रतिबंध हटाकर गलत किया?
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नया वेरिएंट 30 से ज्यादा देशों में फैला-

कोरोना का डेल्टा वेरिएंट बहुत घातक है। शरीर में एंटीबॉडी को चकमा देने वाला कोरोना का एक और घातक वेरिएंट लैंबडा भी बीते एक महीने में 30 से भी ज्यादा देशों में फैल चुका है। डेल्टा के बाद डेल्टा प्लस और कप्पा वेरिएंट के मामले भारत में भी मिल रहे हैं, ऐसे में कोरोना को हल्के में लेने की भूल खतरनाक हो सकती है।
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वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाना जरूरी-
बेशक, यूपी वैक्सीनेशन में नंबर एक पर है, लेकिन दोनों डोज के मामले में वह तीसरे स्थान पर है। 25 करोड़ की आबादी में अभी 5.39 करोड़ लोगों को पहली और 1.02 करोड़ को दूसरी डोज लगी है। यानी पूरी आबादी अभी सुरक्षा चक्र मजबूत करने के मामले में बहुत पीछे है। वर्तमान वैक्सीन कोरोना के नए-नए वेरिएंट से निपटने में सक्षम है, तो उसे जल्द ही सभी लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसी आवश्यक सावधानियां भी जरूरी हैं। जो अभी हवा में हैं। जिलों में तो लोगों ने मास्क लगाना ही छोड़ दिया है। इसका सख्ती से पालन कराना प्रशासन की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। अन्यथा तीसरी लहर कब और किस रूप में आएगी, उसकी कल्पना करना मुश्किल है।

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