पूर्ण प्रतिबंध हटाना मूर्खता: WHO
कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम होने के बाद विभिन्न चरणों में अनलॉक की प्रक्रिया जारी है। लगभग सब कुछ खुल चुका है। अब केवल रात्रि 10 बजे से सुबह छह बजे तक कोरोना कर्फ्यू है। इन सबके बीच चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्यों सहित दुनिया के दो दर्जन से ज्यादा देशों में कोरोना संक्रमण फिर तेजी से फैल रहा है। कई जगह तो संपूर्ण लॉकडाउन लगाना पड़ा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि पूर्ण प्रतिबंध हटाना मूर्खता है। तो क्या यूपी सरकार ने प्रतिबंध हटाकर गलत किया?
कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम होने के बाद विभिन्न चरणों में अनलॉक की प्रक्रिया जारी है। लगभग सब कुछ खुल चुका है। अब केवल रात्रि 10 बजे से सुबह छह बजे तक कोरोना कर्फ्यू है। इन सबके बीच चिंता की बात यह है कि भारत के कई राज्यों सहित दुनिया के दो दर्जन से ज्यादा देशों में कोरोना संक्रमण फिर तेजी से फैल रहा है। कई जगह तो संपूर्ण लॉकडाउन लगाना पड़ा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि पूर्ण प्रतिबंध हटाना मूर्खता है। तो क्या यूपी सरकार ने प्रतिबंध हटाकर गलत किया?
ये भी पढ़ें- यूपी में 10 से भी कम केस, प्रदेश में सिर्फ 7 संक्रमित मरीज नया वेरिएंट 30 से ज्यादा देशों में फैला- कोरोना का डेल्टा वेरिएंट बहुत घातक है। शरीर में एंटीबॉडी को चकमा देने वाला कोरोना का एक और घातक वेरिएंट लैंबडा भी बीते एक महीने में 30 से भी ज्यादा देशों में फैल चुका है। डेल्टा के बाद डेल्टा प्लस और कप्पा वेरिएंट के मामले भारत में भी मिल रहे हैं, ऐसे में कोरोना को हल्के में लेने की भूल खतरनाक हो सकती है।
ये भी पढ़ें- यूपी में दो दिन से बढ़ रहे कोरोना के मामले, सोमवार को आए थे केवल 17 मामले वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाना जरूरी-
बेशक, यूपी वैक्सीनेशन में नंबर एक पर है, लेकिन दोनों डोज के मामले में वह तीसरे स्थान पर है। 25 करोड़ की आबादी में अभी 5.39 करोड़ लोगों को पहली और 1.02 करोड़ को दूसरी डोज लगी है। यानी पूरी आबादी अभी सुरक्षा चक्र मजबूत करने के मामले में बहुत पीछे है। वर्तमान वैक्सीन कोरोना के नए-नए वेरिएंट से निपटने में सक्षम है, तो उसे जल्द ही सभी लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसी आवश्यक सावधानियां भी जरूरी हैं। जो अभी हवा में हैं। जिलों में तो लोगों ने मास्क लगाना ही छोड़ दिया है। इसका सख्ती से पालन कराना प्रशासन की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। अन्यथा तीसरी लहर कब और किस रूप में आएगी, उसकी कल्पना करना मुश्किल है।
बेशक, यूपी वैक्सीनेशन में नंबर एक पर है, लेकिन दोनों डोज के मामले में वह तीसरे स्थान पर है। 25 करोड़ की आबादी में अभी 5.39 करोड़ लोगों को पहली और 1.02 करोड़ को दूसरी डोज लगी है। यानी पूरी आबादी अभी सुरक्षा चक्र मजबूत करने के मामले में बहुत पीछे है। वर्तमान वैक्सीन कोरोना के नए-नए वेरिएंट से निपटने में सक्षम है, तो उसे जल्द ही सभी लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसी आवश्यक सावधानियां भी जरूरी हैं। जो अभी हवा में हैं। जिलों में तो लोगों ने मास्क लगाना ही छोड़ दिया है। इसका सख्ती से पालन कराना प्रशासन की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। अन्यथा तीसरी लहर कब और किस रूप में आएगी, उसकी कल्पना करना मुश्किल है।