scriptएक जुलाई से प्राइमरी स्कूल टीचरों को करने होंगे ये एक दर्जन काम, अभी से कर लें तैयारी | UP Primary school teacher work from 1st July 2020 | Patrika News

एक जुलाई से प्राइमरी स्कूल टीचरों को करने होंगे ये एक दर्जन काम, अभी से कर लें तैयारी

locationलखनऊPublished: Jun 29, 2020 02:17:21 pm

यूपी में शिक्षकों के लिए एक जुलाई से खुल जाएंगे स्कूल। अभी बच्चों को नहीं आना होगा, सिर्फ शिक्षक ही स्कूल आएंगे।

एक जुलाई से प्राइमरी स्कूल टीचरों को करने होंगे ये एक दर्जन काम, अभी से कर लें तैयारी

एक जुलाई से प्राइमरी स्कूल टीचरों को करने होंगे ये एक दर्जन काम, अभी से कर लें तैयारी

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सभी परिषदीय विद्यालय एक जुलाई से खुल जाएंगे। हालांकि अभी बच्चों को नहीं आना होगा, सिर्फ शिक्षक ही स्कूल आएंगे। स्कूलों में पठन-पाठन नहीं होगा, शिक्षकों को स्कूल में बैठकर बच्चों की ऑनलाइन क्लास में पढ़ाई करवाने के साथ-साथ एक दर्जन से ज्यादा काम करने होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों के लिए जुलाई महीने का एजेंडा जारी कर दिया है। सभी स्कूलों को सैनेटाइज किया जाएगा। क्योंकि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में स्कूलों को कोरोना संदिग्धों और प्रवासी मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया था। विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किये हैं।
स्कूल में करने होंगे ये काम

एजेंडे के मुताबिक ब्लॉक स्तर पर सुबह और दोपहर की शिफ्ट में पांच-पांच प्रधानाध्यापकों को रोस्टर के हिसाब से उपस्थित रहना है। एक जुलाई से सभी शिक्षकों से मिड डे मील योजना के तहत बच्चों को कुकिंग लागत का भुगतान और अनाज वितरित कराना होगा। मानव संपदा पोर्टल पर अपने दस्तावेजों का सत्यापन करना होगा। मिशन प्रेरणा के तहत ई-पाठशाला संचालित कर बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज देनी होगी। एक ही कैंपस में चल रहे प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के मर्जर की कार्रवाई को भी पूरा कराना होगा।
ऑपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों का रंगरोजन, मरम्मत और सौंदर्य से जुड़े काम कराने होंगे। समर्थ कार्यक्रम के तहत दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उनकी शिक्षा और थैरेपी की व्यवस्था करनी होगी। स्कूलों में निशुल्क पाठ्यपुस्तक, यूनिफार्म वितरण करना होगा। साथ ही शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण भी प्राप्त करना होगा। शिक्षकों को यू-डायस पोर्टल पर विद्यालयों में बच्चों के नामांकन, इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षकों से जुड़े आंकड़े भी फीड करने होंगे। शारदा कार्यक्रम के तहत आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिह्नित कर उन्हें स्कूल में एडमिशन दिलाना होगा। साथ ही दीक्षा एप के जरिए शिक्षकों को कौशल विकास के लिए तैयार 75 कोर्स का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।

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