दिल्ली और यूपी एटीएस की टीम ने बीते हफ्ते दो आतंकियों सहित छह को गिरफ्तार किया था। मो. आमिर जावेद की ससुराल कानपुर के रोशननगर में है, एटीएस ने जिसे लखनऊ से पकड़ा था। प्रयागराज से गिरफ्तार शातिर हुमैद आमिर का सा ला है। एटीएस को आमिर की इनोवा गाड़ी उसकी ससुराल से मिली थी। इसी कार से आतंकियों तक हथियार पहुंचाए जाते थे। गाड़ी आमिर के पिता के नाम रजिस्टर्ड है। हाल ही में एटीएस और एनआईए की जांच-पड़ताल में इसका खुलासा हुआ।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर की मानें तो रोशन नगर में जिस मकान में दाऊद के गुर्गे सहित असलहा तस्कर रुके थे। उसके बारे में एजेंसीज को पता चल गया है। एक टीम ने उस घर में जाकर जांच-पड़ताल भी की थी, लेकिन घर खाली मिला था। सूत्रों के मुताबिक तीन माह पहले तक इस घर में एक महिला और तीन पुरुष रह रहे थे। मकान मालिक से पूछताछ की जा रही है।
दो संदिग्धों से हुई पूछताछ
एडीजी के मुताबिक, आमिर के मोबाइल में संदिग्ध चार फोटो मिले थे, जिन्हें रिकवर कर लिया गया है। एलआईयू की मदद से इनमें से दो युवकों की पहचान हो गई है। इनके मोबाइल व लैपटॉप से एटीएस को कोई संदिग्ध दस्तावेज नहीं मिला है। साथ ही दोनों ने आमिर से कोई सम्पर्क न होने की बात कही है।
कहां हैं आमिर का दूसरा मोबाइल?
यूपी एटीएस को दिल्ली स्पेशल सेल से यह पता चला है कि पकड़े गए सभी संदिग्ध युवक दो मोबाइल रखते थे। इसमें से एक नंबर से बात की जाती थी, जबकि दूसरा नंबर मेल व वीडियो कॉल के लिए होता था। अब एटीएस आमिर के दूसरे मोबाइल की तलाश कर रही है। एटीएस के एक अधिकारी का कहना है कि इस मोबाइल के बारे में पता करने के लिए आमिर के घर वालों व दो दोस्तों से फिर पूछताछ की जाएगी।