शिक्षामंत्री मंत्री का किया था घेराव
इन भर्तियों को शुरू करने को लेकर बीते दिनों बीटीसी अभ्यर्थियों ने लखनऊ में प्रदर्शन भी किया था और शिक्षा राज्य मंत्री अनुपमा जायसवाल के घर का घेराव भी किया। इस पर मंत्री ने इनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से करवाई। इसमें मुख्य विवाद ग्रेडिंग और शैक्षिक गुणांक को लेकर था। इसे लेकर बीटीसी 2012 और 2013 बैच के प्रशिक्षुओं ने हाईकोर्ट में याचिकाएं की थीं। हाईकोर्ट के निर्देश पर ग्रेडिंग और शैक्षिक गुणांक विवाद का समाधान किया जा चुका है।
भर्ती का शासनादेश सपा सरकार ने जारी किया था
12460 शिक्षक भर्ती का शासनादेश सपा सरकार ने 15 दिसम्बर 2016 को जारी किया था। आवेदन लेने के बाद 18 से 20 मार्च 2017 तक पहले चरण की काउंसिलिंग पूरी कर ली गई। 22 मार्च 2017 तक लगभग सभी जनपदों की पदों के सापेक्ष चयन की कटऑफ जारी कर दी गयी थी। लेकिन 23 मार्च 2017 को सरकार ने सत्ता संभालते ही सारी भर्तियों को रोक दिया था । बाद में मई 2017 में हाई कोर्ट में इस पर रोक लगा दी।
क्या है मामला
12,460 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया दिसंबर 2016 में शुरू हुई थी। मार्च, 2017 में इसकी काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी हो गई। वहीं प्रत्येक जिलों का कट ऑफ भी आ गया था। 31 मार्च 2017 को नियुक्ति पत्र मिलना था मगर इस दौरान प्रदेश में सत्ता बदल गई। भाजपा सरकार बनते ही भर्तियों परअघोषित रोक लग गई थी। लाख धरना-प्रदर्शन के बाद भी भर्ती शुरू नहीं हो पाई। बाद में हाईकोर्ट ने भी भर्ती पर रोक लगा दी लेकिन नवम्बर 2017 में यहां से भी चार हफ्ते में भर्ती पूरी करने का फैसला सुनाया गया।