छह मेडिकल कॉलेज खोलने की 1525 करोड़ रुपए सूबे में 16 जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया चल रही है। केंद्र सरकार के आर्थिक कार्य मंत्रालय ने वीजीएफ स्कीम के तहत हाल ही में पीपीपी मोड पर छह जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति दी है। इन नए मेडिकल कॉलेज को खोलने में करीब 1525 करोड़ रुपए खर्च आएगा। और केंद्र सरकार सब्सिडी का करीब 1012 करोड़ रुपए भार उठाएगी। एक कॉलेज को औसतन 160 करोड़ रुपए की सब्सिडी मिलेगी। महराजगंज और शामली में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए निवेशकर्ता का चयन कर कार्य शुरू हो गया है। अगले साल तक महराजगंज में इलाज शुरू होने की उम्मीद है। इसके अलावा शामली और मऊ में मेडिकल कॉलेज प्रक्रियाधीन है।
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यूपी विधानसभा मानसून सत्र में महिला विधायकों के नाम होगा 22 सितंबर, जानें क्यों सीएम योगी की बड़ी पहल – प्रमुख सचिव आलोक कुमार चिकित्सा शिक्षा के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि, सीएम योगी के आम लोगों को बेहतर और सुलभ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में यह एक बड़़ी पहल है। केंद्र सरकार के प्रस्ताव स्वीकृत करने से राज्य सरकार के धन की बचत होगी। राज्य सरकार जिला अस्पताल और भूमि 33 साल की लीज पर देगी। इसके बाद निवेशकर्ता मेडिकल कॉलेज वापस कर देगा। वह राज्य सरकार की संपत्ति होगी। साथ ही स्टांप ड्यूटी में छूट और उपकरण सब्सिडी भी दी जाएगी।
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Free Electricity : किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली नहीं देगी यूपी सरकार यूपी में इस वक्त 65 मेडिकल कॉलेज प्रदेश में इस वक्त सरकारी और निजी 65 मेडिकल कॉलेज हैं। इसके अतिरिक्त रायबरेली और गोरखपुर में दो एम्स, एक बीएचयू और एक अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज है। पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले साल नौ जिलों देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया था।
14 जिलों को नए साल में मिलेगा तोहफा प्रदेश के अमेठी, औरैया, बिजनौर, बुलंदशहर, चंदौली, गोंडा, कानपुर देहात, कौशाम्बी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, पीलीभीत, सोनभद्र और सुल्तानपुर जिले में 2022-.23 तक मेडिकल कॉलेजों की सौगात मिलने वाली है। इनका निर्माण कार्य चल रहा है।