स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार को पद संभाले हुए तीन साल पूरे हो गए हैं। पूर्व DGP बृजलाल के बाद वह दूसरे ऐसे अधिकारी हैं, जिन्होंने इस कुर्सी को इतना लंबे कार्यकाल के लिए संभाला है। इस दौरान बिकरू कांड, उमेश पाल हत्याकांड जैसी घटनाएं हुईं। वहीं इन घटनाओं में शामिल कुख्यात विकास दुबे और उसके पांच साथियों व माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मारे गए।
उन्होंने आगे बताया, “अपराधियों की पकड़ बहुत होती है। वे अपने लोगों के जरिए मुठभेड़ों में भेदभाव, गलत होने और धर्म देखकर कार्रवाई जैसे आरोप लगाते हैं, पुलिस के खिलाफ परसेप्शन बनाते हैं। लेकिन आंकड़े गवाह हैं कि पुलिस के लिए अपराधी सिर्फ अपराधी है, जिसकी कोई जाति या धर्म नहीं।”