परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक पी. गुरु प्रसाद ने जानकारी दी कि प्रदेश के 21 बस अड्डे जर्जर अवस्था में है। इन्हें पीपीपी मॉडल के तौर पर विकसित करने का प्लान तैयार हो गया है। जहां पीपीपी मॉडल के तर्ज पर बस अड्डे निर्मित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि आलमबाग बस टर्मिनल की तर्ज पर लखनऊ के चारबाग और गोमती नगर के बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाएगा। इन बस अड्डों पर यात्रियों को रोडवेज बसों की सुविधा के साथ ही बहुमंजिला इमारत में ढेरों अन्य सुविधाएं मिलेंगी। इन बस अड्डों पर नए वर्ष से निर्माण कार्य प्रस्तावित है।
20 दिसम्बर को होगा इंवेस्टर्स समिट
प्रबंध निदेशक पी. गुरु प्रसाद ने बताया कि बस अड्डों को कार्यदायी संस्था को 30 साल की लीज पर दिया जाएगा। वहां की दुकानें काम्पलेक्स और होटल का संचालन उन्हीं के हाथों में होगा। इसके लिए देश भर के बिल्डर्स को बुलाया गया है। मुम्बई, दिल्ली, मध्य प्रदेश, असम और गुजरात के बिल्डर्स इंवेस्टर समिट में शामिल होंगे। इस दौरान वे बस अड्डों के मॉडल के साथ वहां उपलब्ध यात्री सुविधाओं के बारे में परिवहन निगम को जानकारी देंगे। इस इंवेस्टर समिट का उद्घाटन परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह करेंगे।