लखनऊ के हजरतगंज थाने में राज्य सरकार की जांच के बाद बीआरडी के निलंबित प्रधानाचार्य राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी डॉ. पूर्णिमा शुक्ला, डॉ. कफिल खान, ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले पुष्प सेल्स के मनीष भंडारी सहित नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। फिर मामले को गोरखपुर पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद से सभी आरोपी फरार हो गए। लेकिन यूपी एसटीएफ ने हाल में राजीव मिश्रा और पूर्णिमा शुक्ला को कानपुर से गिरफ्तार किया। इसके बाद उन्हें गोरखपुर ले जाकर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं फरार आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी कराया। पुलिस डॉ. कफिल खान की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी में जुटी थी, इसी बीच यूपी एसटीएफ ने कफिल को गिरफ्तार कर लिया। आईजी एसटीएफ अमिताभ यश के मुताबिक डॉ. कफिल की गिरफ्तारी गोरखपुर हुई है।
बता दें कि बीआरडी मेडिकल कालेज में 10 अगस्त से करीब एक हफ्ते में 60 से अधिक बच्चों की ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत हो गई थी। वहीं शुरूआती दो दिनों में यह आकड़ा 30 के पार हो गया था। लेकिन ऑक्सीजन की कमी से सरकार लगातार इंकार करती रही। हालांकि मामले में जांच के बाद लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में इस हादसे के लिए नौ लोगों को आरोपी बनाया गया था। फिलहाल अभी भी सात आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।