प्रदेश में हिंसा भड़काने के आरोप में सोमवार को अब तक 325 लोगों को गिरफ्तार किए गए है। वहीं सहारनपुर में हेट स्पीच के चलते अबतक 18 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हिंसा के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ाई दिखाई। पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एडीजी कानून व्यवस्था ने बताया कि सोमवार सुबह तक प्रयागराज में 92, सहारनपुर में 80, हाथरस में 51, मुरादाबाद में 35, अंबेडकरनगर में 41, फिरोजाबाद में 16, अलीगढ़ में छह और जालौन में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस सिलसिले में नौ जिलों में 13 एफआइआर दर्ज कराईं जा चुकी हैं। प्रदेश में हिंसा में 13 घायल पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है। पूरे राज्य में स्थिति सामान्य है।
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हिंसाः आमने-सामने आए आरोपी निजाम और हयात, काली करतूतों में खोले कई सफेदपोश नाम नाबालिगों को भेजा बाल गृह प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद हिंसा में अटाला स्थित बड़ी मस्जिद के पेश इमाम अहमद अली समेत 24 और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 21 बालिग अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया गया और फिर रिमांड लेकर 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेजा गया है। जबकि तीन नाबालिग आरोपितों को खुल्दाबाद स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में भेजा गया। प्रयागराज व सहारनपुर, फिरोजाबाद, अंबेडकरनगर, मुरादाबाद, हाथरस, अलीगढ़, लखीमपुर खीरी व जालौन, कानपुर में अभी भी कड़ी सुरक्षा है।
शुरू हुआ सियासी वार सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करते लिखा कि ”’ये कहां का इंसाफ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख्त प्रतिक्रिया हुई, वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जांच-पड़ताल बुलडोजर से सजा दी जा रही है। इसकी अनुमति न हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान। इस पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने कहा कि पिटाई दंगाईयों और पत्थरबाजों की होती है और दर्द अखिलेश यादव को होता है। वहीं, मायावती ने भी बुलडोजर कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा कि बुलडोजर से समुदाय विशेष को टारगेट किया जा रहा है।