राजधानी लखनऊ व आसपास के जिलों में मंगलवार देर रात से बारिश शुरू हुई तो बुधवार सुबह तक जारी रही। पश्चिम यूपी में शामली, बागपत, मेरठ में मंगलवार शाम से ही लगातार बारिश होती रही। सहारनपुर में मंगलवार रात से ही लगातार हो रही तेज बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। कई इलाकों में जलभराव से लोगों की खासा परेशानी का सामना करना पड़ा। गली मोहल्लों के साथ हाईवे पर भी जलभराव की स्थिति बन गई। बिजनौर में भी जमकर बारिश हुई। शामली का भी हाल कुछ अलग नहीं था।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी खूब बादल बरसे, जिससे लोगों को गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन ड्रेनेज सिस्टम की खराब व्यवस्था के चलते कई सड़कें जलमग्न हो गई। बनारस की गलियां, नाले, सड़कें पानी से लबालब भर गए। कई-कई इलाकों में तो घुटने व कमर तक पानी भर गया, जिससे लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत हुई।
मौसम विभाग के निदेशक डा. जेपी गुप्ता का कहना है कि आगामी दो-तीन दिनों तक लखनऊ व आसपास के जिलों में मध्यम बारिश होगी। वहीं पूर्वी व पश्चिमी यूपी के अलग-अलग जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गईहै। यहां के अधिकांश क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की व मध्यम बारिश हो सकती है। अगले कुछ दिनों तक प्रदेश भर में बारिश का यही क्रम रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि बंगाल की खाड़ी में दबाव बढ़ने से यूपी के तराई और मैदानी क्षेत्रों में बादल बरस रहे हैं।
मौसम विभाग के अपडेट के अनुसार, 29 जुलाई के लिए गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, संत कबीर नगर, महाराजगंज, कुशीनगर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, बलरामपुर, हरदोई, सीतापुर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, रामपुर, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, बदायूं व बरेली और आसपास के इलाकों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं लखीमपुर खीरी, बहराइच, पीलीभीत व बिजनौर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।